#NDTV ज्योतिषियों को अपनी स्क्रीन पर टाइम स्लॉट नहीं बेचता, मगर खुद ज्योतिष बन जाता है।
इस ख़बर की हेडलाइंस बताती है कि, ‘#BJP UP का किला फ़तह कर चुकी है। बस पेंच फ़ंसी है उसके सीएम उम्मीदवार पर’। इस हेडलाइंस/ख़बर से वोटिंग के दौरान फ़ायदा किसे होगा बहुत बेकार सवाल है। ये जानना जरूरी है कि NDTV की नकेल फ़िलहाल केंद्र सरकार की जाँच टीम और रिलायंस जैसी यहाँ निवेश करने वाली कम्पनी के पास। और इस कम्पनी का BJP से कैसे रिलेशन कैसा है मुझे नहीं लगता उसे भी बयां करने की कोई जरूरत है। आप फैसला कीजिए। किस हद तक अपने न्यूज़ सोर्स पर विलीव करेंगे? निष्पक्षता का दावा यहाँ आकर औंधे मुंह गिर जाता है।
(पत्रकार एन्जुले से एफबी से साभार)