राजीव रंजन श्रीवास्तव
अब ये विद्वान लोग टीवी पर गुस्सा निकाल रहे हैं कि आपने एक आदमी के इंटरव्यू बहुत ज्यादा दिखाये। पहले यही विद्वान लोग खिल्ली उड़ाते थे कि वह आदमी इंटरव्यू से भाग जाता है।
अरे भई, मीडिया भी थोड़ी-बहुत गलतियों के साथ इतनी समझ रखता है कि किसको दिखाये किसको न दिखाये।
अगर मोदी ने चुनाव के दौरान इंटरव्यू देने और उसका समय तय करने में चतुराई दिखायी तो बाकी लोगों को ऐसा करने से किसने रोका था?
कुछ इंटरव्यू राहुल गांधी ने भी दिये, लेकिन उनमें वे असर नहीं छोड़ पाये तो क्या यह मीडिया की गलती थी?
मीडिया पर अपनी हैसियत से बहुत ज्यादा, बहुत-बहुत ज्यादा दिखाये जाने के बावजूद केजरीवाल इन लोकसभा चुनावों में सिफर की ओर हैं, तो क्या इसमें मीडिया की गलती है? (स्रोत-एफबी)