अजय प्रकाश-
मैं आजकल उत्तर प्रदेश में ही हूँ और कई मित्र प्रत्याशी हैं जो चुनाव लड़ रहे हैं। तो वे लोग खबर छपवाने के लिए मीडिया भी खरीद रहे हैं। मीडिया का कहना है कि चुनाव के दौरान प्रत्याशी की खबर छापना विज्ञापन है इसलिए पैसा दो। उनमें से दो की मीडिया खरीद के दौरान मैं भी बैठा रहा। एक विधायक प्रतिनिधि मित्र ने कहा, आप ही बात कर लीजिए, देखते हैं कितने पर मानते हैं। मैंने कहा, मुझसे न हो पायेगा, मैं उनको बोल-बाल दूंगा, पर पत्रकार होने के नाते एक सीधी वार्ता देखना चाहता हूँ। पहली खरीद का क्षेत्र शामली मंडल था और दूसरे का इलाहाबाद मंडल। बड़ा ही जबरदस्त अनुभव था, चुनाव बीत जाये तो लिखता हूँ। पर इसमें कोई शक नहीं कि मीडिया की लगाने वाली बोली से आप क्षेत्र की आर्थिकी और सामाजिक हैसियत बहुत अच्छे से समझ जायेंगे।
(लेखक के सोशल मीडिया प्रोफाइल से साभार)