भोपाल। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय अपने नित नये प्रयासों में एक और नया अध्याय जोड़ने जा रहा है। विश्वविद्यालय शीघ्र ही न्यू मीडिया कंटेट डिजाइन पर एक नया पाठ्यक्रम शुरू करने पर विचार कर रहा है। इस विचार को मूर्त रूप देने के लिए आज विश्वविद्यालय के सभाकक्ष में गहन विमर्श का आयोजन किया गया जिसमें विश्वविद्यालय के नवीन मीडिया प्रौद्योगिकी एवं कंप्यूटर विभाग के अलावा सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सक्रिय देश के जाने माने विषय विशेषज्ञों ने भाग लिया।
कुलपति प्रो. बृज किशोर कुठियाला की अध्यक्षता में आयोजित इस विमर्श का शुभारंभ करते हुए नवीन मीडिया विभाग की अध्यक्ष डॉ. पी. शशिकला ने विश्वविद्यालय में चल रही आईटी गतिविधियों और पाठ्यक्रमों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि न्यू मीडिया का जिस तेजी से विस्तार हो रहा है इससे साफ जाहिर होता है कि आने वाले दिनों में यह हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन जाएगा। कॉरपोरेट घरानों की निर्भरता भी अपने विस्तार के लिए न्यू मीडिया पर बढ़ जाएगी। इसलिए न्यू मीडिया के कंटेंट और डिजाइन को प्रभावपूर्ण व सार्थक बनाना आवश्यक है।
प्रख्यात पत्रकार और एनबीएस न्यूज और न्यूजस्ट्रीट.कॉम के संस्थापक संपादक आलोक वर्मा ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी में नित नवाचार के कारण मीडिया का परिदृश्य भी बहुत तेजी से बदल रहा है। प्रिंट मीडिया में सामग्री के उत्पादन और प्रस्तुतीकरण से नवीन मीडिया का क्षेत्र बिल्कुल अलग है। डिजिटल मीडिया में कंटेंट के साथ साथ डिजाइनिंग का भी विशेष महत्व है। आज न्यू मीडिया के क्षेत्र में कई नये प्रयोग हो रहे हैं लेकिन अगर उनमें नयापन नहीं होगा तो वे सफल नहीं होंगे। इसलिए कंटेंट निर्माण के साथ डिजाइनिंग की ओर भी ध्यान देना होगा। डिजाइनिंग करना ऐसा ही है जैसे स्वप्न को साकार करते हुए देखना।
नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ डिजाइन अहमदाबाद के निखिल जोशी और न्यूजस्ट्रीट के अक्षत वर्मा ने इस अवसर पर न्यू मीडिया में कंटेंट डिजाइनिंग और आने वाले समय में न्यू मीडिया के क्षेत्र में होने वाले नवाचारों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आज प्रिंट और इलैक्ट्रॉनिक मीडिया समाचारों के लिए ट्विटर और फेसबुक जैसी सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर काफी आश्रित हो गये हैं। प्रधानमंत्री मोदी से लेकर कई नेताओं के ट्वीट या कमेंट ही पारंपरिक मीडिया की लीड बनने लगे हैं। यह न्यू मीडिया के व्यापक प्रभाव को दर्शाता है। इंटरनेट और सोशल मीडिया के टूल्स अधिक इंटरेक्टिव बनाए गये हैं जिससे इसमें यूजर्स की सहभागिता भी बढ़ती है जबकि पारंपरिक मीडिया में ऐसा नहीं हो पाता।
अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. बृज किशोर कुठियाला ने कहा कि विश्वविद्यालय ने चार वर्ष पूर्व नवीन मीडिया विभाग की स्थापना करके मल्टिमीडिया, एनीमेशन, ग्राफिक्स और प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी की दिशा में एक एक कदम बढ़ाया था। यह प्रयोग काफी सफल रहा और अब विश्वविद्यालय डिजाइनिंग के क्षेत्र में पदार्पण करने पर विचार कर कर रहा है।
इस विमर्श में विश्वविद्यालय के कंप्यूटर विभाग के अध्यक्ष प्रो. सी. पी. अग्रवाल, जनसंचार विभागाध्यक्ष संजय द्विवेदी के अलावा वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक मनीष महेश्वरी, सुश्री सुनीता द्विवेदी, मणि नायर, रविमोहन शर्मा, सुरेन्द्र पॉल, मनोज निवारिया, मनोज धुर्वे व पवन मलिक सहित कई आईटी विशेषक्ष उपस्थित थे।