रायपुर. इंडियन मीडिया सेंटर की छत्तीसगढ़ इकाई ने एक संगोष्ठी का आयोजन स्थानीय वृंंदावन हॉल में रखा. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. अश्विनी महापात्र थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार रमेश नैयर ने की जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में वरिष्ठ पत्रकार और संपादक मधुकर द्विवेदी तथा दिशा एजुकेशन सोसायटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी उमेश उपाध्याय उपस्थित थे.
अतिथियों का स्वागत पत्रकार बिकास कुमार शर्मा, अंकित मिश्रा और मनीष वोरा ने किया. स्वागत-भाषण रखते हुए वरिष्ठ पत्रकार राजकुमार सोनी ने कहा कि सभी अलग-अलग विचार रखने तथा मतभेदों के बावजूद यदि हम सब इस मंच पर एकत्र हुए हैं तो यह हमारी वैचारिक स्वतंत्रता और सम्मान का प्रतीक है.
वरिष्ठ पत्रकार रमेश नैयर ने कहा कि सेमीनार का विषय आप पार्टी का उदय रखा गया है. जाहिर है इसने देश में इस नई बहस को जन्म दिया है कि क्या आप पार्टी अन्य राजनीतिक दलों का विकल्प बन सकती है? हालांकि देश को कौन सा राजनीतिक विकल्प मिले, यह गंभीरता के साथ तय करने का वक्त है क्योंकि सही जनादेश नहीं मिला तो देश का हित प्रभावी होगा.
मुख्य वक्ता जेएनयू के डॉ. अश्विनी महापात्र ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि जिस समय आप पार्टी खड़ी हो रही थी या दिल्ली की सत्ता में काबिज हो रही थी तो लोगों का उस पर बड़ा विश्वास था लेकिन जैसे-जैसे समय बीता विवादों ने जन्म लिया, आप पार्टी का रंग बदलना आश्चर्यजनक लगने लगा है. पार्टी बनाने के पूर्व केजरीवाल ने कहा था कि उनका लक्ष्य भ्रष्टाचार से लडऩा है लेकिन अब कह रहे हैं कि साम्प्रदायिकता से लडऩा पहला मकसद है. श्री महापात्र ने अपने रिसर्च के माध्यम से कई तरह के तथ्य पेश किये और आप पार्टी से पैदा होने वाली चुनौतियों का जिक्र किया.
इस अवसर पर पत्रकार डी. श्यामकुमार को नया पत्रकारिता पुरस्कार मिलने पर अभिनंदन किया गया. कार्यक्रम का संचालन पत्रकार अनिल द्विवेदी ने और आभार प्रदर्शन वरिष्ठ पत्रकार मधुकर द्विवेदी ने किया. इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार बाबूलाल शर्मा, दिनकर केशव भाखरे, रामचरण पाण्डव, मनीष शरण, धीरेन्द्र, प्रभात मिश्रा आदि उपस्थित थे.
मनीष वोरा