मुजफ्फरनगर/लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में शनिवार को हुई साम्प्रदायिक हिंसा में पत्रकार राजेश वर्मा समेत छह लोगों की मारे जाने के बाद उत्पन्न तनाव को देखते हुए शहर के तीन थाना इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
कवरेज के दौरान दंगाइयों ने उन्हें अपनी गोली का शिकार बना लिया। घायल अवस्था में अस्पताल ले जाते समय उन्होंने दम तोड़ दिया।
शहर कोतवाली क्षेत्र के दाल मंडी निवासी राजेश वर्मा आइबीएन-7 चैनल में संवाददाता थे। शनिवार को वह नंगला मंदौड़ में पंचायत की कवरेज कर रहे थे। इसी बीच शहर में दंगे की सूचना पाकर वह नंगला मंदौड से शहर पहुंच गये।
शहर में सुरक्षा व्यवस्था रामभरोसे है। पुलिस खुद अपनी सुरक्षा में नाकाम है तो उससे अवाम की सुरक्षा की क्या अपेक्षा की जा सकती है?
मोहल्ला अबूपुरा में फायरिंग की सूचना मिली तो पर राजेश वर्मा ने फर्ज को आगे रखकर कवरेज के लिये निकल पड़े। जैसे ही वह अबुपुरा में पहुंचे तो दोनों ओर से गोलियां बरस रही थीं। इसी बीच किसी ने उन्हें गोली मार दी।
सीने में गोली लगने से राजेश गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने उन्हें जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
(दैनिक जागरण)