लगता है दूरदर्शन के अच्छे दिन आ गए हैं. दस के दम से दूरदर्शन अब प्राइवेट चैनलों को बेदम करने की जद्दोजहद में है. नए पंचलाइन ‘देश का अपना चैनल’ के साथ दूरदर्शन रीलॉन्च हो चुका है. दिल्ली में मंगलवार 02 दिसंबर को मंडी हाउस स्थित दूरदर्शन केंद्र पर एक प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन कर दूरदर्शन के नए रंग-रूप के बारे में जानकारी दी गयी. इस मौके पर दूरदर्शन के उन प्रोड्यूसर को भी प्रेस कांफ्रेंस में अपनी बात रखने के लिए आमंत्रित किया गया था जो दूरदर्शन के लिए कार्यक्रम बना रहे हैं. दूरदर्शन के द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में नए दूरदर्शन के बारे में जानकारी दी गयी. प्रेस विज्ञप्ति में जो जानकारी दी गयी है वो इस तरह से है –
नई दिल्ली, 2 दिसंबर, 2014: दूरदर्शन नेशनल एक बार फिर नए-नए कार्यक्रम लेकर आया है । यह चैनल एक नई पंक्ति ‘दूरदर्शन नेशनल-देश का अपना चैनल’ के साथ पुन: राष्ट्र को समर्पित है । चैनल परंपरागत पारिवारिक मूल्यों – ‘रिश्ते’, नेशन बिफोर सेल्फ – राष्ट्र गौरव और विश्वसनीयता – दिलों में विश्वास पर केंद्रित होगा ।
जिस नए रूप और अनुभूति से ये शो स्लॉट किए गए हैं, उसका उद्देश्य गुणवत्तापूर्ण जानकारी, शिक्षा और मनोरंजन प्रदान करने में दूरदर्शन के गौरव को पुन: प्राप्त करना है ।
चैनल पर आरंभ किए नए कार्यक्रम हैं :
सायं 7 बजे ‘हैप्पी होम्स’ – खट्टे मीठे जीवन के रंग, विविघता में एकता की हल्की-फुल्की कामेडी है जिसमें अलग-अलग भाषाएं बोलने वाले और अलग-अलग क्षेत्रों के लोग एक कालोनी में एक साथ रहते हैं ।
सायं 07.30 बजे – ‘ख्वाबों के दरमियां’ – सच और सपनों से जूझती जिंदगी, इसमें बदलते सामाजिक परिवेश में सपनों और वास्तविकता के बीच की खाई को भरने के लिए महिलाओं के संघर्ष को दिखाया गया है ।
सायं: 08.00 बजे ‘खामोश सा अफसाना’ – जिद और अरमानों का फसाना, में टॉम आल्टर, रूपा गांगुली, एम,के रैना जैसे प्रतिभा संपन्न कलाकार हैं जो काम में सामंजस्य बिठाने और अपने अशक्त माता-पिता को संभालने में एक बिटिया के संघर्ष को दर्शाने वाली कहानी के मुख्य पात्र हैं ।
रात्रि 09.00 बजे – ‘जिंदगी एक मंवर’ – राजनीति में महिला का राज एक राजनीतिक ड्रामा है जिसका लक्ष्य समाज की आकांक्षाओं और जीवन की गुणवत्ता में अपेक्षित परिवर्तन लाना है ।
रात्रि 09.30 बजे – ‘दर्द का रिश्ता’ – बदलते संबंधों की कहानी आज के शहरीकृत समाज में वरिष्ठ नागरिकों की उपेक्षा के इर्द-गिर्द घूमती है । लगभग 30 वर्ष बाद सुषमा सेठ इस शो के माध्यम से दूरदर्शन नेशनल पर अपनी वापसी करेंगी ।
रात्रि 10.00 बजे – ‘जब जब बहार आयी’ – तलाक एक रिश्ते का, दर्द दो परिवारों का अपने व्यक्तिगत मतभेदों को बर्दाश्त करते हुए अपने परिवार को एक साथ रखने और खुशियां तलाशने के लिए एक पति और पत्नी की दुविघा की कहानी है ।
दूरदर्शन नेशनल अपने सप्ताहांत प्राइम टाइम स्लॉट में भी दो कार्यक्रम लेकर आया है – ‘जन्मों का बंधन’ और ‘प्रकृति’ ।
‘जन्मों का बंधन’ – इन्सानी रिश्तों का ताना बाना शुकवार से रविवार को सायं 07.00 बजे प्रसारित किया जा रहा है जो महिला केंद्रित पारिवारिक ड्रामा है ।
‘प्रकृति’ – कुदरत को बचाने की जंग एक आदर्श वन अधिकारी की कहानी है जो पर्यावरण और वन्य जीवन के बचाने का प्रयास करता है । इसे जिम कार्बेट पार्क की पृष्ठभूमि में फिल्माया गया है । यह प्रत्येक शनिवार और रविवार को रात्रि 08.30 बजे प्रसारित किया जा रहा है ।
दिसंबर के अंत में एक नया टॉक शो स्त्री शक्ति आ रहा है जिसमें उन महिलाओं को बुलाया गया है जिन्होंने यंत्रणा और मुसीबतों का सामना करते हुए उपलब्धियां हासिल की हैं तथा जो आज सशक्त हैं और जिन्होंने दर्शकों के लिए उदाहरण प्रस्तुत किए हैं । यह शो 27 दिसंबर से रात्रि 9 से 10 बजे तक प्रसारित किया जाएगा । एक घंटे के इस शो में फिल्म, संगीत और टेलीविजन के कुछ जाने पहचाने चेहरों से भी मुलाकात होगी जो लेस्ली लुइस जैसी उपलब्धियां हासिल करने वाली महिलाओं और जॉनी लीवर, राजू श्रीवास्तव जैसी अन्य अनेक हस्तियों से बातचीत करेंगे ।
1 जनवरी, 2015 से सैनिकों के चुनौतीपूर्ण जीवन पर आधारित एक नया शो पल्टन आंरभ किया जाएगा जिसमें सशस्त्र बलों के अधिकारियों के जीवन, उनके सपनों, आकांक्षाओं, भावनाओं और चुनौतियों को दिखाया जाएगा ।
दूरदर्शन की महानिदेशक विजयलक्ष्मी छाबड़ा ने कहा कि लोक सेवा के उत्तरदायित्व और पूरे देश के दर्शकों का स्वस्थ मनोरंजन करने की अपनी सोच को ध्यान में रखते हुए दूरदर्शन नेशनल एक नए रूप और अनुभूति के साथ प्राइम टाइम में 10 नए शो लेकर सामने आया है ।
bahut he acche post hai
Bahut badhiya