महाराष्ट के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस का एनसीपी को लेकर किया गया एक ट्वीट खुद उनके लिए ही जी का जंजाल बन गया है. दरअसल इस ट्वीट में फड़नवीस ने किसी भी कीमत पर शरद पवार की पार्टी एनसीपी का समर्थन न लेने की बात कही थी. लेकिन आज जब एनसीपी के समर्थन से सरकार बहुमत सिद्ध करने में सफल रही तो इस ट्वीट को सोशल मीडिया पर खूब शेयर कर फड़नवीस पर व्यंग्य वाण की बरसात हो रही है.
पत्रकार दिलीप खान ट्विट को शेयर कर लिखते हैं –
अभी कुछ दिन पहले तक एनसीपी भ्रष्ट और शिवसेना हफ़्ताखोर पार्टी थीं। शिवसेना तो किनारे लग गई। कांग्रेस से कोई रिश्ता-नाता था नहीं। ले-दे कर जो भ्रष्ट एनसीपी बची जिसने खींच-तानकर फड़नवीस को मुख्यमंत्री बनवा दिया। अब जो विवाद है, वो आगे का मामला है। शिवसेना ने ‘सामना’ में एनसीपी को चूहा कहा। कांग्रेस ने विश्वासमत को ‘लोकतंत्र की हत्या’…इन सब हो-हल्ला के बीच फड़नवीस का पुराना ट्वीट देखना सबसे सुकूनदेह है।
वही दिल्ली विश्वविद्यालय के ‘मसिजीवी’ व्यंग्यात्मक लहजे में लिखते हैं –
तब राष्ट्रभक्त हिले पड़े थे कि दिल्ली सरकार में कांग्रेस/आप से। अब वे कहॉं हैं NCP अचानक टाईड से धुल-पुंछ कर पवित्र हो आई है। भक्त लोग कुछ कुछ गायब हैं बताओं भई ज्ञान की मशाल लाओ। ये फडनवीस का ही ट्वीट है ये महाराष्ट्र की नवकाबिज सरकार के मुखिया.
कृष्णकांत,पत्रकार लिखते हैं –
महाराष्ट्र चुनाव प्रचार के दौरान एनसीपी ‘नेचुरल करप्ट पार्टी’ थी. आज उसका शुद्धिकरण हो गया, ठीक वैसे जैसे कश्मीर में एक पूर्व अलगाववादी का हुआ. सबका साथ, सबका विकास. भक्तों कपार पीटो अपना.
पंकज शुक्ला,पत्रकार –
ग़ज़बै खेल है सियासत। प्रधान सेवक जिस पार्टी को नेशनल करप्ट पार्टी कहता है। वही पार्टी महाराष्ट्र में भगवा झंडे का डंडा थाम लेती है। सौदा कितने का हुआ, किसको बचाने के लिए हुआ? आपको क्या लेना देना? आप तो बस हवा लेते रहो। क्यूं, समीर? हवा का झोंका? नहीं नाक मत बंद करिए।
नीतिन ठाकुर –
अरे फड़नवीस तो मोदी का ही जूनियर है ना.. तो अचंभा कैसा!