बदले के लिए करना चाहता था मर्डर:सेक्स तक कर चुकी थी गर्लफ्रेंड,पर बाद में उड़ाने लगी मजाक : दैनिक भास्कर
दैनिक भास्कर की वेबसाईट एक बार फिर से विवादों में है. दिल्ली स्थित जेएनयू परिसर में एक छात्रा पर कुल्हाड़ी से जानलेवा हमला और हमलावर छात्र द्वारा आत्महत्या कर लेने की ख़बरें भास्कर की वेबसाईट पर सनसनीखेज तरीके से डाली गयी और इस क्रम में पत्रकारिता और शब्दों की मर्यादा को लांघ दिया गया. इसी वजह से सोशल मीडिया पर भास्कर की थू – थू हो रही है. ‘बदले के लिए करना चाहता था मर्डर: सेक्सो तक कर चुकी थी गर्लफ्रेंड, पर बाद में उड़ाने लगी मजाक’ शीर्षक से भास्कर डॉट कॉम में छपी खबर पर सोशल मीडिया में भास्कर की खूब फजीहत हो रही है और इस संबंध में महिला आयोग और प्रेस काउन्सिल तक में शिकायत दर्ज करवायी है. ऑनलाइन पेटिशन भी साइन किया जा रहा है – http://www.change.org/en-GB/petitions/chairperson-national-womens-commission-punish-dainik-bhaskar-for-assassinating-character-of-a-woman-victim
प्रकाशन विभाग में संपादक के पद पर कार्यरत ‘अनुराधा मंडल’ भास्कर की भर्त्सना करते हुए लिखती हैं कि, ‘दैनिक भास्कर मीडिया के नाम पर धब्बा है। न सिर्फ भद्दी, झूठ और ऊलजलूल खबरें, बल्कि खबर के कुछ वाक्यांशो पर लगाए गए हाइपरलिंक और ही दुनिया में पहुंचा रहे हैं। इसे न्यूज़ नहीं, सॉफ्ट-पोर्न वेबसाइट का दर्जा मिलना चाहिए। जिस छात्रा से जुड़ी यह खबर है, उसे अपमानित करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी है साइट ने। महिला आयोग और प्रेस काउन्सिल को भेजी जा रही पेटीशन साइन करना न भूलें.’
वहीं दूसरी तरफ जेएनयू के समर (Samar Anarya) रोष प्रकट करते एफबी पर लिखते हैं – “दैनिक भास्कर के संपादक को जेनयू की छात्रा के चरित्र की हत्या करने का हक किसने दे दिया है? हिम्मत कैसे हुई इस अखबार की यह कहने की कि मौत से जूझ रही वह लड़की हत्यारे के साथ सेक्स कर चुकी थी? संपादक महोदय उस कमरे में मौजूद थे क्या? और अगर रहे भी हों तो उस बेशर्म को यह पता तो होगा कि भारत जैसे घटिया पितृसत्तात्मक समाज में ऐसी खबरें छापने पर उस लड़की की जिंदगी पर क्या असर पड़ सकता है? वैसे तो दैनिक भास्कर यह कमीनापन हमेशा से करता रहा है पर इस बार उसको सबक सिखाने का वक़्त आ गया है. उनसे माफी मंगवाने और इस गलीज स्टोरी को लेखक और वेबसाईट संपादक को धक्के मार के भास्कर से निकाले जाने तक चुप बैठ गए तो हमारे जेनयू का होने पर लानत होगी. खैर, तब तकमहिला आयोग और प्रेस काउन्सिल को भेजी जा रही यह पेटीशन साइन करना न भूलें..”
कुछ और प्रतिक्रियाएं :
सुयश सुप्रभ :
दैनिक भास्कर ने #जेएनयू की छात्रा के बारे में लिखा है कि वह अपने प्रेमी के साथ सेक्स भी कर चुकी थी। इस बात को शीर्षक में शामिल करने वाले पत्रकार की सड़ी-गली मानसिकता का अंदाज़ा लगाया जा सकता है। अब वह दिन दूर नहीं जब #हिंदी #अखबार का नाम सुनकर हमें उबकाई आने लगेगी। डॉक्टर भी अस्पताल में रोगी को उल्टी कराने के लिए बोलेंगे ‘दैनिक …’. और रोगी ‘दै’ सुनकर ही सारी गंदगी बाहर निकाल देगा। साफ़-सुथरी अभिव्यक्ति की माँग करने वाले साथियों से माफ़ी चाहूँगा। कभी-कभार ऐसे भी गुस्सा निकाल देना चाहिए। इस अखबार के संपादक के खिलाफ़ माहौल बनाने की मुहिम में आपको भी शामिल होना चाहिए। नीचे लिंक पर क्लिक करके संपादक के खिलाफ़ कड़ी कार्रवाई की माँग का समर्थन ज़रूर करें।
Bharat Kumar भास्कर कि खबरों का स्तर इतना गिरा हुआ है कि अफसोस होता कि इन्हे किसी संस्था और व्यक्ति के साथ खिलवाड़ करने की इजाजत किसने दे दी।
Santosh Singh शर्मनाक और घटिया पत्रकारिता….कालिख पोतना चाहिए ऐसे टेबलायड धंधेबाजो के मुंह पर..
दिनेशराय द्विवेदी : यदि कोई किसी की हत्या करता है तो इस से इस तथ्य का कोई अर्थ नहीं कि उस के साथ हत्यारे के यौन संबंध थे। समाज ने बहुत चीजों के साथ यौन संबंधों को प्रासंगिक बनाया हुआ है। इसी प्रासंगिकता को तोड़ना है।
Vijay Jha बिलकुल सही, कल जब ये न्यूज़ देखा तो बहुत शाक्ड लगा, बहुत ही घिनौना काम किया है भास्कर ने, इसकी पुरजोर विरोध और भर्त्सना होनी चाहिए !
Shekhar Singh ऐ बात सिर्फ JNU की ही नही है ,उस लड़की के इज्ज़त की है जिसको उन्होंने खुलेआम अपने पेपर में ,पत्रकारिता के दम से उसके रिश्ते को उजागिर किया है ,क्या आपको पता है ,की उसका रिश्ता उस सिरफिरे के बिस्तर तक था ?आपको ऐ हक किसने दिया है की ऐ सब आप लिखेंगे,..TRP खोरों और खटिया पत्रकारिता वाले पत्रकारों …बंद करो अपनी घटियागीरी…
Sanjay Kumar दुखद है …..मामला वही है बाजार का । भले ही उसके लिए किसी की इज्जआत जाये तो जाये मीडिया को क्याआ । वह तो बस परोस कर,खबर को बेच कर तमाशा देखती है ….और गाल बजाती है।
भास्कर से ये उम्मीद नहीं थी की इस तरीके की खबरे प्रकाशित करेगी …………