दिलीप मंडल
गला फाड़कर लोगों को देशभक्ति सिखाने वाले बड़बोले चैनलों से कोई पूछे कि जब सेना और बीएसएफ के जवान बारामूला कैंप पर आतंकवादी हमले का जवाब दे रहे थे तो आपने वीडियो कैमरे की लाइटें क़्यों जलाई थी।
कारगिल युद्ध के समय एक महान एंकर की ऐसी ही बेवक़ूफ़ी के कारण जो हुआ था, क्या इसके बारे में वे नहीं जानते।
मुंबई टेरर अटैक ये चैनल लाइव दिखा रहे थे और ताज होटल के अंदर मौजूद आतंकवादी सुरक्षा बलों की मूवमेंट टीवी पर देख पा रहे थे।
चैनल में बैठ जाने भर से देशभक्ति नहीं आ जाती। अकल तो क़तई नहीं आती।