प्राचीनकाल से बिहार ज्ञान और शिक्षा का केंद्र रहा है। यहां एक से बढ़कर एक विभूतियों का जन्म हुआ जिन्होंने अपनी विद्वता से पूरी दुनिया को चमत्कृत कर दिया। लेकिन पिछले कुछ सालों से बिहार की शिक्षा व्यवस्था मजाक बन कर रह गयी है। अब हर साल मीडिया की सुर्खियों में टॉपर विवाद छाया रहता है। देश के तमाम समाचार चैनल पूरे देश के टॉपर को छोड़कर बिहार के टॉपर का मान-मर्दन करने में लगे रहते हैं।
बहरहाल शिक्षा जगत में हो रहे गोरखधंधे का पर्दाफाश होना ही चाहिए। लेकिन कम-से-कम पेश करने का तरीका ऐसा नहीं होना चाहिए कि उसकी चपेट में प्रतिभावान छात्र भी आ जाएं। नकरात्मक खबरों की तर्ज पर सकरात्मक खबरों को भी तवज्जो देनी चाहिए।
लेकिन ऐसा होता नहीं है। इसीलिए “वॉयस ऑफ बिहार” आगामी 23 जुलाई को बिहार की प्रतिभाओं को सम्मानित करने के लिए बिहार प्रतिभा सम्मान का आयोजन कर रहा है जिसमें संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षा में सफल हुए अभ्यर्थियों सहित अन्य क्षेत्र में बिहार को गौरवान्वित करने वाले तमाम साथियो को सम्मानित किया जायेगा। इसका उद्देश्य बिहार की शिक्षा व्यवस्था की राष्ट्रीय पटल पर सकरात्मक छवि बनाना है।
ऐसा में सवाल उठता है कि क्या टॉपर विवाद खड़ा करने वाली राष्ट्रीय मीडिया बिहार की प्रतिभाओं के सम्मान में होने जा रहे ऐसे कार्यक्रमों की सुध लेगी और प्रतिभाओं को भी उसी तर्ज पर अखबार, प्रिंट और ऑनलाइन में रेखांकित करेगी जैसा नकरात्मक ख़बरों के मामले में रायता फैलाते हैं?
कार्यक्रम के संयोजक और वॉयस ऑफ बिहार के संस्थापक ‘ब्रजेश कुमार’ ने कार्यक्रम की जानकारी देते हुए कहा कि, ‘हाल के दिनों में बिहार की शिक्षा व्यवस्था की राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर छवि धूल – धूसरित हुई है. लेकिन टॉपर घोटाले जैसे एकाध घटनाओं की वजह से पूरे बिहार के प्रतिभावान छात्रों को शक की नज़र से देखना सही नहीं है. क्योंकि इससे इतर भी बिहार में एक-से-बढ़कर एक प्रतिभा मौजूद हैं जो देश-दुनिया में अपना नाम रौशन कर रहे हैं.उन्हीं के सम्मान में दिल्ली में बिहार प्रतिभा सम्मान का आयोजन किया जा रहा है ताकि इन प्रतिभाओं को भी दुनिया जान सके.’
आयोजकों के मुताबिक़ कार्यक्रम में बिहार के पूर्व पुलिस महानिदेशक ‘अभयानंद’ मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित होंगे तो वहीँ विशिष्ट अतिथि के रूप में महाराष्ट्र के पूर्व गृह सचिव अमिताभ राजन भी मौजूद होंगे.