भारतीय भाषाओं के संवंर्धन के लिए योगदान देने के लिए प्रतिष्ठित राजकरण सिंह पुरस्कार से सम्मानित किये गये दिल्ली विश्वविद्यालय के एसो. प्रोफेसर अमरनाथ झा
भारतीय भाषा आंदोलन के अग्रणी आंदोलनकारी साथी व दिल्ली विश्व विद्यालय में इतिहास के एसो. प्रोफेसर डा अमरनाथ झा को हिन्दी सहित भारतीय भाषाओं के सम्मान के लिए महत्वपूर्ण कार्य करने के लिए संसद के समीप काॅंस्टीटयूशन कल्ब में राजकरण सिंह सम्मान से पुरस्कृत किया गया।
14 अक्टूबर की सांयकाल को आयोजित इस समारोह का आयोजन परिवर्तन जनकल्याण समिति दिल्ली ने किया। यह सम्मान देश वरिष्ठ गांधीवादी नेता व विख्यात राज्यपाल रहे भीष्मनारायण सिंह, भारत के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त कृष्ण मूर्ति, सांसद यशवंत सिंह, नेफेड के चियरमेन अशोक ठाकुर, दिल्ली के पूर्व महापौर महेशचंद्र शर्मा सहित अनैक वरिष्ठ समाजसेवी उपस्थित थे।
गौरतलब है कि भारतीय भाषा आंदोलन 26 साल से संघ लोकसेवा आयोग से लेकर संसद की चैखट पर भारतीय भाषाओं को लागू करने व देश को अंग्रेजी की गुलामी से मुक्ति दिलाने के लिए ऐतिहासिक संघर्ष कर रहा है।
वर्तमान में विगत 18 महीनों से लगातार संसद की चैखट जंतर मंतर पर भारतीय भाषा आंदोलन के पुरोधा पुष्पेन्द्र चैहान व महासचिव देवसिंह रावत के नेतृत्व में सतत् आंदोलन कर रहा है। इस अवसर पर उपस्थित भारतीय भाषा आंदोलन के पुरोधा पुष्पेन्द्र चैहान, महासचिव देवसिंह रावत, उपाध्यक्ष हरपाल राणा, समाजसेवी देवेन्द्र भगत, कल्याण योग के प्रणेता स्वामी श्रीओम, पत्रकार चन्द्रवीर सिंह, सुनील कुमार सिंह, मोहम्मद सेफी, सुशील खन्ना, श्याम जी भट्ट, रघुनाथ, सुभाष चैहान, लोकदल के नेता मनमोहन शाह, कमल किशोर नौटियाल, लक्ष्मण कुमार, गो रक्षा आंदोलन के रमाशंकर ओझा, मन्नु, प्रधान सहित अनैक समाजसेवियों ने प्रो. अमरनाथ झा को राजकरण सिंह सम्मान से सम्मानित किये जाने पर हार्दिक बधाई दी।