“कहने को तो भारत में प्रजातंत्र है पर जबाबदेही के अभाव और चापलूस नौकरशाही के चलते यह प्रजातंत्र भी राजतंत्र की ही भांति व्यवहार कर रहा है और लाचार, वेवस जनता को हर कदम पर छला जा रहा है,” यह कहना है पारदर्शिता ,जबाबदेही और मानवाधिकार के क्षेत्र में कार्यरत सामाजिक संगठन ‘तहरीर’ के संस्थापक अध्यक्ष ई० संजय शर्मा का जिनकी एक आरटीआई से खुलासा हुआ है कि यूपी के ‘सैफई हवाई अड्डे पर अब तक जनता के 92 करोड़ रुपयों की भारी भरकम रकम खर्चने के बाद भी सरकार के पास हवाई अड्डे की उड़ानों और आमदनी का कोई व्योरा उपलब्ध नहीं है . यूपी के ‘सैफई हवाई अड्डे परजनता के 92 करोड़ रुपये पानी की तरह बहाने बाली सरकार अब अखिलेश की उड़ानों की जानकारी देने में भी बहानेबाजी कर रही है .
संजय ने इसे यूपी के यादव वंश की व्यक्तिगत सनक ‘सैफई हवाई अड्डे पर यूपी की सरकारों द्वारा की गयी जनता के 92 करोड़ की विशुद्ध बर्बादी बताया है और सरकार से इस तरह की व्यक्ति विशेष की व्यक्तिगत सनक पर जनता का धन बर्बाद न करने की अपील भी की है .
संजय अब सूबे के राज्यपाल से मिलकर जनता को कोई लाभ न पंहुचाने बाले ‘सैफई हवाई अड्डे के प्रोजेक्ट पर जनता 92 करोड़ रुपयों की भारी भरकम रकम की शाहखर्ची को मंजूरी देने की पत्रावली के आधार पर जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही की मांग करेंगे .
(प्रेस रिलीज)