टेलीविजन न्यूज़ इंडस्ट्री से एक बड़ी खबर आ रही है. इंडिया टीवी के मैनेजिंग एडिटर ‘विनोद कापड़ी’ चैनल से अलग हो गए. पिछले कुछ समय से वे छुट्टी पर चल रहे थे और अपनी फिल्म ‘मिस टनकपूर हाज़िर हो’ के निर्माण में व्यस्त थे. उनके छुट्टी पर जाने के बाद से ही तरह-तरह की अटकलें लगायी जा रही थी. लेकिन आज खुद ही उन्होंने तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए एफबी पर लिखा कि दो घंटे पहले वे इंडिया टीवी से हमेशा के लिए अलग हो गए. भावुक अंदाज़ में वे लिखते हैं –
“ब्रेकिंग न्यूज :”आज वो पल आ ही गया, िजसने आंखें नम कर दी! दो घंटे पहले ,इंिडया टीवी का 6 साल पुराना साथ छोड़ िदया ! जीवन के कुछ फैसले बहुत मुश्किल भरे होते हैं और ये फैसला यकीन मानिए अब तक का सबसे मुश्किल फैसला था। 300 लोगों की जिस टीम के साथ दिन रात ख़बरों को खाया , पीया और जीया, ऐसे लोगों से दूर होना मेरे लिए खुद किसी बड़े सदमे से कम नहीं है।आॅफिस से निकला और घर आते हुए सभी चेहरे एक-एक कर आँखों के सामने घूमने लगे। गाड़ी की रफ्तार के साथ दूरियाँ बढ़ती जा रही थीं, स्टियरिंग पर रखे हाथ काँप रहे थे, और लगातार यही सोच रहा था कि ज़िंदगी या वक्त ठहरता क्यों नहीं है? कार का पहिया समय के चक्र की तरह आगे बढ़ता गया और मेरी अपने ही लोगों से दूरियाँ। मैं नहीं जानता कि जिन लोगों के साथ मैंने काम किया वो मेरे बारे में क्या सोचते हैं लेकिन मैं इतना ज़रूर जानता हूँ कि इंडिया टीवी में जिन लोगों के साथ मैंने काम किया उनके बिना मेरा वजूद कुछ भी नहीं था। वो सब लोग नहीं होते तो मैं इंडिया टीवी में कुछ भी नहीं कर पाता। आज उन सभी लोगों को मैं दिल से धन्यवाद कहना चाहता हूँ और आभार जताना चाहता हूँ । 6 साल का वक़्त कम नहीं होता। इंडिया टीवी आज जहाँ से जहाँ तक पहुँचा है ये सब उसी टीम की मेहनत, जोश , जुनून और ज़िद का नतीजा है। मैं तो सिर्फ़ एक बहुत छोटा सा ज़रिया था। मुझे यक़ीन है वो सब लोग उस जज़्बे को बनाकर रखेंगे। जब से घर आया हूँ कई फ़ोन और SMS आए, दिल डूब जाता है जब दूसरी तरफ़ से रोती या सुबकती हुई आवाज़ सुनता हूँ। मुझे सच में नहीं पता था कि आप लोग इतना ज़्यादा प्यार करते हैं। पता होता तो क़तई आप से दूर नहीं जाता। काश SMS और फ़ोन काॅल्स के तौर पर मिला वो प्यार मैं बाँट पाता और वो नम आँखें साझा कर पाता। ऐसे सभी दोस्तों को कहना चाहता हूँ कि इस वक़्त सिर्फ़ आप ही नहीं रो रहे, मुझे भी अपना ही हिस्सा मानिए। अंत में उन सभी लोगों से हाथ जोड़कर माफ़ी चाहूँगा जिन्हें मैंने जाने अंजाने ठेस पहुँचाई हो या जिनके लिए कुछ नहीं कर पाया। आप सभी मेरे दिल में बसते हैं और ताउम्र मेरे साथ रहेंगे। जल्द ही मिलते हैं बहुत छोटे से ब्रेक के बाद। तब तक अपना ख़्याल रखिएगा और मुझे याद ज़रूर कीजिएगा।”