ओम थानवी,संपादक,जनसत्ता
तो जब सरकार छह महीने की होने को है, देश को एक रक्षा मंत्री मिल जाएगा जो पूरे समय रक्षा का महकमा देखेगा। मनोहर पर्रीकर के नाम की चर्चा है। मोहन भले और योग्य नेता हैं, पर रक्षा के लिए क्या अरुण जेटली जैसा दबंग नेता बेहतर नहीं होगा? वित्त मंत्रालय के लिए अरुण शौरी श्रेष्ठ थे, पर दरबारी नहीं हैं इसलिए शायद बाहर ही रहेंगे।
यह क्या सुन रहे हैं कि एक-दो भाजपा नेताओं के पुत्तर भी मंत्री बन जाएंगे। इस कांग्रेसी बीमारी से बचने के लिए तो वसुंधरा राजे से रार हुई थी और नतीजतन राजस्थान को ढंग का एक भी मंत्री नसीब नहीं हुआ। और विरोधियों को पाकिस्तान भिजवाने वाले गिरिराज सिंह भी मंत्री बन रहे हैं? जय हो। नरेन्द्र भाई, जिसको बनाना हो बनाओ, पर इस निठल्ले रेलमंत्री को तो बदलो – नई दिल्ली टेशन का एस्केलेटर तक नहीं चलवा पाता (आज भी तड़के ठप्प-का-ठप्प देखकर आया हूँ!)
(स्रोत-एफबी)