जगदीश्वर चतुर्वेदी
सबसे अच्छा तो यह होता कि मोदी अपने राजनीतिक वायदे पर क़ायम रहते और पहल करके सुप्रीमकोर्ट को कालेखाता धारकों की समूची सूची अदालत को सौंप देते !इससे उनकी साख बढ़ती लेकिन उन्होंने मनमोहन मार्ग पर चलना पसंद किया और आज उनकी सरकार की सबसे बड़ी पराजय हुई और सुप्रीमकोर्ट ने सीधे आदेश दिया कि समूची तथाकथित गुप्त सूची लिफ़ाफ़ा बंद करके कल तक सौंपो।
यही काम वे आदेश के पहले भी कर सकते थे लेकिन वे स्वर्णिम मौक़ा चूक गए !
मोदी जान लें वे मनमोहन मार्ग पर चल रहे थे !मनमोहन मार्ग पराजय का मार्ग है , आज का फ़ैसला कांग्रेस-भाजपा दोनों की पराजय है। यह मोदी के झूठ के पराभव का पहला चरण है , यह मीडिया उन्माद की पराजय भी है!
(स्रोत-एफबी)