नई दिल्ली। हिंदी की मूर्धन्य पत्रकार अग्निाम दूबे का शुक्रवार को निधन हो गया। वे पिछले एक साल से कैंसर से जूझ रही थीं। शनिवार को उनका अंतिम संस्कार लोधी रोड स्थित शवदाह गृह में संपन्न होगा। उनके परिवार में मातापिता, एक बेटी और एक बेटा है। एक बार आॅपरेशन होने के बाद कैंसर ने अपना रौद्र रूप दिखाया और उन्हें लेकर ही विदा हुआ। हफ्ते भर से उनका इलाज अपोलो अस्पताल में चल रहा था। समूचे शरीर में कैंसर फैल जाने के बाद 48 घंटे पहले डाक्टर ने उनके परिजनों को जवाब दे दिया था। दो दशक से अधिक की पत्रकारिता में उन्होंने बेहतरीन रिपोर्टिंग के माध्यम से अपनी अलग जगह बनाई। राजनीतिक विषयों की जानकार अग्निमा ने मूल रूप से भाजपा बीट पर लंबे समय तक काम किया।
राजस्थान पत्रिका, दैनिक भास्कर, साधना न्यूज और चैनल वन में उन्होंने समयसमय पर अपनी सेवाएं दीं। सबसे लंबा 13 सालों का पत्रकारीय सफर उन्होंने दैनिक भास्कर के साथ तय किया। अभी वह चैनल वन के साथ बतौर राजनीतिक संपादक काम कर रही थीं। उनके पिता आग्नेय मूल रूप से भोपाल के रहने वाले हैं। मध्यप्रदेश के बड़े साहित्यकारों में उनका नाम भी शुमार है। प्रेस क्लब आॅफ इंडिया, इंडियन वीमेन जर्नलिस्ट क्लब, सहित पत्रकारों के विभिन्न संगठनों और
मित्रजनों ने अग्निमा के असामयिक मौत पर गहरा दुख प्रकट किया है।
bahut dukh ki baat hai, bhgwan unki aatma ko shanti de