मनीष कुमार
देश के सारे महान राजनीतिक एक्सपर्ट जो इस चुनावी सुनामी को नहीं भांप सके. उन्हें आज के बाद से राजनीतिक भविष्यवाणी करनी बंद कर देनी चाहिए.. वो सारे टीवी पत्रकार जिन्हें यह भ्रम हो गया था कि वो चुनाव के नतीजे बदल सकते हैं और खास कर वो जो बनारस की गलियों में आम आदमी पार्टी का प्रचार प्रसार कर रहे थे.. उन्हें माफी मांगनी चाहिए. वो सारे एक्सपर्ट जिन्हें गुजरात के बाहर मोदी का असर नहीं दिख रहा था.. जो कह रहे थे कि मोदी की गुजरात के बाहर “एक्सिबिलिटी” नहीं है.. बिल्कुल अंधे साबित हुए.. आंखो पर विचारधारा की बंधी पट्टी, मानसिकदासता से ग्रसित और नरेंद्र मोदी के प्रति घृणा रखने वाले महानुभावों को देश की जनता ने जवाब दिया है कि प्रजातंत्र में भाड़े की विचारक व एक्सपर्ट नहीं बल्कि जनता ही “जनार्दन” होती है…
देश की जनता ने सबसे करारा जवाब कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को दिया है… भ्रष्टाचार और परिवारवाद को नकारा है और केजरीवाल को बताया है कि राजनीति एक गंभीर विषय है जिसमें ड्रामेबाजी का स्थान नहीं है.. देश की जनता को बधाई जिसने जाति और धर्म से उपर उठ कर एक स्थाई और मजबूत सरकार देने का फैसला किया और ब्लैकमेल करने वाली राजनीति पर पूर्णविराम लगाया.. जय हिंद..
(स्रोत-एफबी)