रवीन्द्र रंजन
मेनस्ट्रीम मीडिया में मोदीभक्तों की तादाद इतनी ज्यादा है कि अगले पांच सालों में मोदी सरकार के खिलाफ कोई खबर या रिपोर्ट ना नजर आए तो अचरज नहीं होगा. अब केंद्र में भी वैसा ही होगा जैसा बीजेपी-जेडीयू गठबंधन सरकार के दौरान बिहार में होता था, तब नीतीश के खिलाफ एक खबर तक नहीं छपती थी, लेकिन बीजेपी से गठबंधन टूटने के बाद मीडिया को सुशासन बाबू नीतीश में हजार बुराइयां नजर आने लगीं क्योंकि मीडिया में ज्यादातर पत्रकार बीजेपी परस्त हैं और संघी मानसिकता से ग्रस्त हैं.
(स्रोत-एफबी)