देखिए नरेंद्र मोदी कैसे इंटरव्यू छोड़कर भाग खड़े होते हैं ?

देखिए नरेंद्र मोदी कैसे पलायन कर रहे हैं. सवालों का जवाब देते नहीं बन रहा उनसे, इंटरव्यू छोड़कर भाग खड़े होते हैं

पलायनवादी किसे कहते हैं??? वह जो सवालों से भाग जाए या वो, जो डटकर जवाब दे. बीजेपी के पीएम कैंडिडेट नरेंद्र मोदी की असलियत इस वीडियो में देखिए और जानिए कि जब सवाल पूछे गए तो उनकी हालत कितनी पतली है. बॉडी लैंग्वेज देखिए, आधी कहानी तो वही बता रहा है मोदी की. चेहरा देखिए, सूख गया है. Confidence की नितांत कमी है जैसे किसी ‘अपराधी’ से सवाल-जवाब हो रहा हो. एक और बात, जब अंग्रेजी बोलने में आप ‘comfortable’ नहीं हैं, तो हिंदी में जवाब दीजिए ना. ठीक से बोल भी नहीं पा रहे हैं. दो बार मुंह खोलते हैं, लेकिन बात अंदर ही गटक जाते हैं. मोदी का इंटरव्यू लेने वाले करण थापर carpet bombing कर रहे हैं सवालों की और मोदी से जवाब देते नहीं बन रहा है.

फिर अचानक से मोदी माइक-वाइक हटाकर पलायन कर जाते हैं वहां से. दोस्ती की दुहाई देते हुए…करण थापर आवक हैं, उन्हें मोदी जैसे ‘विराट व्यक्तित्व’ से ये उम्मीद नहीं रही होगी. और ऐसा नहीं है कि करण ने कोई गलत सवाल पूछा. बस मोदी के जले पर थोड़ा सा नमक छिड़क दिया. दंगों और उनकी इमेज की बात कर दी.

ये इंटरव्यू इस देश के लोकतंत्र और उन बीजेपी समर्थकों के लिए एक आईना है (संघ के कार्यकर्ताओं को छोड़कर) जो बताता है कि जो आदमी लोकतंत्र की दुहाई देकर पीएम बनने का खाब देख रहा है, कैसे वह इस लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाता है. देर नहीं लगती उसको. जब आप एक राज्य के सीएम हैं और दुनिया भर में गुजरात के विकास का ढिंढोरा पीटते फिरते हैं तो भाई वहां, जो कत्ले-आम हुआ, दंगे हुए, उस पर भी तो आप ही को जवाब देना होगा ना. या फिर कोई और आएगा जवाब देने. लेकिन मोदी उसका जवाब नहीं देना चाहते. आधा सच और आधा झूठ. यही है मोदी का खेल. जब एक राज्य तक सिमटे हुए हैं तो इतना अहं-दर्प है, लोकतांत्रिक तरीके से पूछे गए सवाल का जवाब नहीं दे रहे. और जब केंद्र की सत्ता में आ जाएंगे तब पता नहीं क्या करेंगे. वैसे दिल्ली अभी दूर है. जनता सब जानती है. ख्याली पुलाव बनाते रहिए. आधी असलियत तो अभी दिल्ली विधानसभा चुनाव में ही पता चल जाएगी आपको. रिजल्ट का इंतजार कीजिए.

(स्रोत – एफबी)

9 COMMENTS

  1. कभी-कभी राहुल और सोनिया के इंटरव्यु को भी दिखाओ , अरे भाई दिखाओगे कैसे इंटरव्यू देगा तब न ?
    राहुल और सोनिया का कभी कही देखा हो तो कहिये, जो लिखा हुआ पढ़ के दो लाइन बोले और उस बात को श्रोता तो क्या वो खुद नहीं समझ पाता हो वैसे लोग इंटरव्यू दे सवाल ही नहीं है !

    *मोदी लाख बुरा हो तो क्या करें, कोई मोदी से अच्छा भी तो नहीं है ?
    *मोदी के अलावा कौन है जो रास्ट्रवादी हो विकास और समानता के लिये काम करता हो ?

    *हम भूखे रह सकते हैं और भी महंगाई झेल सकते हैं पर भारत को गरिमा को कोई ठेस पहुचाने हमारे सैनिकों का सर काट कर ले जाने वाले के साथ बिरयानी खाने और गो हत्या करवाकर पिला क्रांति लाने वाले लोगों की सरकार को कैसे स्वीकार करें !

  2. क्या दिखाना चाहते है मिस्टर नदीम, क्या बताना चाहते हैं. जरा खुल कर बतायी. आप सब को सिर्फ गुजरात दंगे ही क्यूँ याद आते हैं. पूरी दुनिया में इतने दंगे हुए. इसका जिम्मेदार कौन है. इसका पता है. कौन सा धर्म हिया जो लोगों को हिंसा सिखाता है. इंसान सबसे पहले अपने धर्म और संस्कार से आगे सीखता है. आपके धर्म क्या कहता है..थोडा बहुत मुझे भी पता है. ऐसे में दंगे करना और करवाना दोनों आपको अच्छे से पता होना चाहिए. २००२ के बात कितने दंगे हुए . गुजरात में और हिन्दुस्तान के और भागों में..पता है..या सिर्फ मोदी मोदी का ही नाम ले रहे हैं….थोडा दिमाग में जो डालिए. इंसानियत का पाठ अपने को सीखिए अपने भाई बंधू को सिखाये ..जय हिंद.

  3. नादिम जी आपके दुर्भाग्य से जनता इस बार सब जानते सुनते हुए मोदी जी को चुनने जा रही है\ हमें आप से पूरी हमदर्दी है पर क्या किया जाय जनता तो जनता है आप जैसे लोगो की बाते उसके पल्ले नहीं पड़ती

  4. Mujhe sirf ek baat nahi samajh aat,agar ek insaan se ek he baat par baar baar nahi har baar ek he baat poochi jaye toh wo pareshaan ho k uth k he jayega ya fir bhi bewakoofo k sawalo k jawab dega

  5. apko masala chaheye mil gya masala… yaar duniya mai itne dange hue, abhi dekh lo mujfarnager dange koi unko puchta hai. koi bnda agar acha krna chahta ho to use krne dena chaheye. tum news walo ko to kya bole yaar

  6. ” आधी असलियत तो अभी दिल्ली विधानसभा चुनाव में ही पता चल जाएगी आपको” आप की ” आधी असलियत” वाली बात से पता लगता है आपकी घबराहट.
    next election would be “MODI” vs “CONGRESS”. Is it less for a single person.
    चाहे जो हो लोगों को कांग्रेस से ज्यादा उमीद मोदी से है

  7. bhai phale to ye bata ye media khabar kholne ke liye tujhe congress ke dalal ne kitne paise diye hai .. aur tu sonia aur gandhi parivar ka nazayaz aulad hai na..
    is liye aise bate kr rha hai ..abe nazayaz aulad phale to ye bata tu ki tu kabhi rahul aur sonia gandi ka 2 G spectrum wala aur 1-2 month tak jo danga aasam mai chala us ke bare mai tu interview kab de rha hai ..us aasam mai to congress hai ..wo congress ka PM..
    ye sab to dikhane se tu to rha …teri itni himat kaha hai ..jo tu dikhayega..

    sale phale soch to likh likh to koi le ta hai sale ……..

  8. Karan Thapar is trying to put his word in Mr Modi’s mouth, where he failed He is prejudiced & congress spokeperson.
    He is advising to correct image ?? He has better image than any other leader in copuntry.

    Also why don’t he ask the same question to Gandhi & Team Congress for Bhopal Gas , 1982 ASAM riots etc. ????

  9. bikey huye sawal bar bar wohi ..agar koi is desh ko sudharna chahta hai to aap media wale use kyion nhin karne dete..Aap logo ki to aadat hai baal ki khaal nikalna and khaal woh jo hai hi nhin…Thats y ab bahut ho gaya ..Modi ki aandhi ko koi nhin rok sakta. Agar wakai aap log koi study karte hai to gujrat dango ke alava koi or topic kyon nhin hai aapke pass against MODI.
    MODI IS GREAT AND I WANT MODI THE NEXT P.M OF INDIA if u want india a independent country otherwise india dobara GULAM ho jayegi….

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