तरुण तेजपाल मामले में सुषमा स्वराज का बचकाना बयान
लोकसभा में विपक्ष की नेत्री सुषमा स्वराज कह रही हैं कि तरुण तेजपाल को एक केंद्रीय मंत्री बचा रहै हैं यानी कांग्रेस बचा रही है. लेकिन जब गोवा में बीजेपी की मनोहर परिकर वाली सरकार है तो केंद्रीय मंत्री तेजपाल को कैसे बचा सकते हैं भाई???!!
अभी तो गोवा पुलिस दिल्ली आई थी, तहलका की मैनेजिंग एडिटर शोमा चौधरी से 9 घंटे तक लम्बी पूछताछ की. चाहती तो गोवा पुलिस तरुण तेजपाल को गिरफ्तार करके ले जाती, या कम से कम यहीं दिल्ली में पूछताछ तो कर ही लेती.
लेकिन गोवा पुलिस ने ऐसा नहीं किया. अगर बीजेपी सरकार के अंदर काम करने वाली गोवा पुलिस तेजपाल को गिरफ्तार कर लेती तो कांग्रेस या कोई भी केंद्रीय-राज्य स्तरीय मंत्री-पत्रकार उसे कैसे रोक लेता???
क्या इस बात का जवाब सुषमा स्वराज दे सकती हैं??? इस देश का नागरिक होने के नाते मैं तो बीजेपी पर आरोप लगा रहा हूं कि वह इस मामले में राजनीति कर रही है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है.
पीड़ित महिला को न्याय दिलाने की जगह बीजेपी इस मामले में कांग्रेस को लपेटने और वोट बैंक की फसल काटने को ज्यादा आतुर दिखती है. अगर ऐसा नहीं है तो गोवा पुलिस ने अब तक तरुण तेजपाल को गिरफ्तार क्यों नहीं किया और गुजरात पुलिस अब तक आसाराम के भगोड़े बेटे नारायण साईं को क्यों नहीं ढूंढ पाई है??? इस सवाल का जवाब देश की जनता जानना चाहती है.
कम से कम सुषमा स्वराज जैसी मैच्योर राजनेता से तहलका मामले में ऐसी राजनीति और बचकाने बयान की उम्मीद नहीं थी. वह खुद भी एक महिला हैं सो उनका ध्यान पीड़ित को न्याय दिलाने पर होना चाहिए. ना कि ऐसे बेतुके बयान देने में. इससे उनके पद की भी साख कम होती है और उनकी राजनीतिक साख पर भी बट्टा लगता है.
(स्रोत-एफबी)