नरेंद्र मोदी देश के अगले प्रधानमंत्री होंगे. इसका असर सत्ता के गलियारे से लेकर पत्रकारिता जगत तक में दिखाई देने लगा है. नयी खबर है कि मोदी इफेक्ट की वजह से साहित्यिक पत्रिका ‘शुक्रवार’ के संपादक ‘विष्णु नागर’ की संस्थान से विदाई हो गयी है और उनकी जगह उदय सिन्हा को दी गई है जो पहले से ही इस ग्रुप की दो मैग्जीनों हिंदी और अंग्रेजी मनी मंत्रा का संपादन कर रहे हैं. गौरतलब है कि शुक्रवार पत्रिका पर्ल मीडिया चलाती है और अब यह ग्रुप किसी वामपंथी विचारधारा वाले संपादक को अपने यहाँ नहीं रखना चाहती.
विष्णु नागर की विदाई पर गोविन्द माथुर लिखते हैं :
“विष्णु नागर के संपादन में ‘ शुक्रवार ‘ ने अच्छा पाठक वर्ग बना लिया है . ‘शुक्रवार’ केवल राजनीति की ही नहीं साहित्य,कला और संस्कृति की भी साप्ताहिक पत्रिका बन गई , विष्णु नागर के सम्पादकीय सामयिक और धारदार रहे. कई वर्षों के बाद ‘शुकवार’ के रूप में अच्छी पत्रिका का उदय हुआ, ‘दिनमान’ और ‘ रविवार’ जैसी पत्रिकाओं की स्मृति हो आई. ‘ शुक्रवार’ से विष्णु नागर का त्याग- पत्र उनका व्यक्तिगत मामला है, किन्तु मुझ जैसे पाठकों को उदास करता है.”