न्यूज़ चैनलों के सामने सबसे बड़ी समस्या डिस्ट्रिब्यूशन को लेकर ही होती है. यदि डिस्ट्रिब्यूशन ठीक न हो तो चैनल का बंटाधार होते देर नहीं लगती. चैनल के खर्चे का बड़ा हिस्सा डिस्ट्रिब्यूशन पर खर्च होता है सो इसमें अनियमितता के मामले भी सबसे ज्यादा होते हैं.
ऐसा ही एक मामला देश के पहले एचडी हिंदी न्यूज़ चैनल न्यूज़ एक्सप्रेस में हुआ. डिस्ट्रिब्यूशन हेड विकास सिंह आरोपों के घेरे में हैं और उनपर अनियमितता का आरोप लगा है. इस वजह से अभी उनके सारे अधिकारों को तत्काल प्रभाव से वापस ले लिया गया है.
इस संदर्भ में आधिकारिक पत्र भी जारी किया गया है जिसके मुताबिक विकास सिंह डिस्ट्रिब्यूशन से संबंधित किसी भी तरह के निर्णय को नहीं ले सकते और यह पत्र में ये हिदायत दी गयी कि उनके साथ कोई भी किसी तरह का अनुबंध या लेन-देन न करे. यदि ऐसा कोई करता है तो उसके लिए न्यूज़ एक्सप्रेस की कोई ज़िम्मेदारी नहीं होगी.
उनकी जगह किसी और को दी जाएगी. तब तक सारे अधिकार मैनेजमेंट के पास रहेंगे. गौरतलब है कि विकास सिंह सीधे मैनजमेंट को रिपोर्ट करते थे. सूत्रों की माने तो विकास ने कई जगहों पर न्यूज़ एक्सप्रेस का प्रसारण खुद ही कहकर बंद करवा दिया. अब इसमें सच्चाई है तो ऐसा उन्होंने क्यों किया, ये तो वही जाने.