विनीत कुमार
पिछले एक घंटे से टाइम्स नाउ उर्दू मिश्रित हिंदी चैनल हो गया है..ptv पर हुये हमले और कब्ज़े को लेकर जो कुछ भी दिखाया जा रहा है, उसे खासतौर से देखना इसलिये भी ज़रूरी है कि इससे आप बेहतर समझ सकेंगें कि कुकुरमुत्ते की तरह जिस तरह से हिंदुस्तान में न्यूज़ चैनल खोले गये हैं, पाकिस्तान की स्थिति उससे अलग नहीं हैं. यहाँ भी वही भेड़ चाल है, सनसनी है और ख़बरों को लेकर अधकचरापन है. जिसके लिये उर्दू के सहज शब्द मौजूद हैं वहां भी ज़बरिया अंग्रेजी और हिंग्लिश..
इन सबके बीच आपके मन में टाइम्स नाउ जैसा चैनल देखकर सवाल आयेगा कि उसकी एजेंसी राउटर कहाँ है, सबसे बड़े नेटवर्क होने का दावा करनेवाला टाइम्स नाउ वहां के उन्हीं हिंदी-उर्दू चैनलों पर क्यों आश्रित है, अंग्रेजी चैनल पर हिंदी में उधार की खबर कब तक चलायेंगें..पाकिस्तान के चैनलों के चरित्र को समझने के लिये देखते रहिये टाइम्स नाउ..
(स्रोत-एफबी)