जगदीश्वर चतुर्वेदी
“आप ” पार्टी को अचानक ईमानदारी ,सादगी और त्याग का प्रतीक कहकर मीडिया अंध प्रचार कर रहा है। मीडिया पंडित यह भी कह रहे हैं संसदीय जनतंत्र में “आप” की जीत विरल घटना है। यह बात बुनियादी तौर पर गलत है।
केरल में 1957 में ,देश के आजाद होने के एक दशक के अंदर, पहली चुनाव हुए और पहलीबार कोई क्षेत्रीय दल सत्ता में आया वह है भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी।ईएमएस नम्बूदिरीपाद उस समय नेतृत्व कर रहे थे। सादगी और कम खर्च में जीने वाले नेताओं से समूची विधानसभा भरी हुई थी।
केरल की जीत कई मायनों में महत्वपूर्ण है,यह जीत सचमुच में ऐसे दल की जीत थी जो व्यवस्था परिवर्तन के लिए सैंकडों कार्यकर्ताओं का बलिदान कर चुका था और हजारों कॉमरेडों ने यातनाएं झेलीं ।जेल गए। इसके विपरीत “आप” पार्टी या अन्य किसी भी दल का इस तरह का रिकॉर्ड कभी नहीं रहा।
(स्रोत-एफबी)