सुर्दशन चैनल नए कार्यालय में शिफ्ट क्या हुआ, उसका भाव ही बढ़ गया । चैनल के संपादक ने कार्यालय के उद्घाटन के मौके पर आरएसएस के लोगों को बुलाया और उनको खुश करने की कोशिश की। आपको बता दें कि चैनल का अपना कोई वजूद नहीं है। चैनल में स्टिंगरों से एक जिले के हिसाब से पचास हजार रूप्ए लिए जाते हैं। लेकिन 6 तारीख से नए कार्यालय में जाने के बाद संपादक ने उस राशि की कीमत डबल कर दी है यानी अब चैनल की आईडी एक लाख रूप्ए में दी जा रही है। चैनल में आईडी देने का जिम्मा राजकुमार पुरोहित को दिया गया है। उनका साफ कहना है कि तुम हमें एक लाख दो और जमकर चैनल के नाम पर वसूली करो। और अगर कोई मामला पुलिस में हो जाए तो उसका रिस्क खुद झेलो।
चैनल के विषय में एक बात और बताना जरूरी होगा कि जब प्राइम टाइम में चैनल के भीतर डिबेट कार्यक्रम शुरू होता है तो उसमें छुटभईये नेताओं को बुलाया जाता है और उनसे पांच हजार रूप्ए भी वसूले जाते हैं। 6 तारीख को कार्यालय का शुभारंभ था तो चैनल की तरफ से कई पुराने स्टिंगरों को बुलाया गया था, वो इस उम्मीद से आए थे कि उनका सम्मान किया जाएगा।
लेकिन असल में उनके साथ उल्टा हुआ। उनसे कहा गया कि अब तक तुम पचास देते थे अब एक लाख देना। चैनल के संपादक ने उनसे कहा कि देखों हमारे चैनल की औकात कि कितने नेता आए हुए है। इसके बाद कई स्टिंगरों ने काम करने से मना कर दिया। उनका साफ कहना था कि बिकाउ चैनल में हम काम नहीं करेगे।
(चैनल में कार्यरत एक संवाददाता. मेल से आयी सूचना)