मुकेश कुमार
सुब्रत रॉय की सारी ऐंठन सु्प्रीम कोर्ट ने निकाल दी है। जेल से निकलने के लिए उन्होंने क्या-क्या तिकड़में नहीं आज़माईं मगर कोई काम नहीं आ रही है। उनका पैसा, उनके साधन, उनके संपर्क, उनके लाखों कार्यकर्ता और हाँ आधे दर्जन चैनल और अख़बार भी कुछ नहीं कर पा रहे। इस तरह का ट्रीटमेंट अंबानी, अडानी जैसों को भी मिलना चाहिए।
हालाँकि ये कोई समाधान नहीं है और इससे कोई बड़ा परिवर्तन भी नहीं होने जा रहा, मगर उन पत्रकारों को जिन्होंने उनके मुख से अपने और अपनी बिरादरी के लिए अपशब्द सुने हैं, थोड़ी ठंडक तो मिलती ही होगी।
(स्रोत-एफबी)