(ओम प्रकाश,दर्शक,आजतक)-
आजतक पेशेवर न्यूज़ चैनल है और यही वजह है कि लंबे समय से हिंदी न्यूज़ चैनलों में चोटी पर बना हुआ है. यहाँ काम करने वाले पत्रकार भी बेहद प्रोफेशनल हैं और छुट्टी की परवाह किये बिना भी अपने काम में जुटे रहते हैं.
यहाँ तक कि वक्त आने पर पुण्य प्रसून वाजपेयी जैसे वरिष्ठ पत्रकार भी 12-12 घंटे तक न्यूज़ स्टूडियो में लगातार ख़बरें पेश करते नज़र आते हैं. लेकिन कुछ ऐसे मौके होते हैं जब पत्रकारों को व्यक्तिगत या धार्मिक कारणों से भी छुट्टी मिलनी चाहिए, चाहे वो मांगे या न मांगे.
आज मुहर्रम का दिन है और मुहर्रम हर मुसलमान के लिए बेहद पाक दिन होता है.इसी वजह से सरकारी छुट्टी भी होती है. प्राइवेट सेक्टर में गैर मुस्लिम् काम करते हैं और बाकी छुट्टी पर रहे हैं.
लेकिन आजतक पर आज सईद अंसारी को ख़बरें पढ़ते देख दुःख हुआ. वैसे दुख तो उनके चेहरे से भी ऑनस्क्रीन झलक ही रहा था.आजतक का कट्टर दर्शक होने की वजह से हर एंकर का चेहरा तो पढ़ ही सकता हूँ.
ख़ैर मुहर्रम के दिन छुट्टी तो दूर की बात ऐसा लगता है कि सईद अंसारी की डबल ड्यूटी लग गयी.पुण्य प्रसून की जगह दस तक भी उन्हीं से करवाया.
एक दर्शक के नजरिये से मुझे ये बात अच्छी नहीं लगी और दिल से आह निकली ‘आजतक’ शर्म करो ‘मुहर्रम’ के दिन तो ‘सईद अंसारी’ से खबर मत पढ़वाओ.
आजतक का एक दर्शक
ओम प्रकाश
(दर्शक की नज़र से)