सहारा मीडिया के सौदागरों का चोरीनामा

सहारा का सच

samay-uddamiझूठ और फरेब सहारा का पीछा नहीं छूटता खासकर सहारा मीडिया का। कहीं भी खुरचिए लिजलिजाता घिनौनापन दिखने लगता है। सहारा मीडिया जब सुब्रत रॉय के भाई और कोयला माफिया जयब्रत रॉय से नहीं संभला तो एक नई चौकड़ी लाई गई। पूर्व फिल्म अभिनेता विश्वजीत की बहू अर्पिता चटर्जी के नेतृत्व में वरुण दास, बी वी राव, गुलाटी की नई टीम को गाजे बाजे के साथ लाया गया। ऐसी पैकेजिंग की गई की लगा अब बस सहारा या तो सुधर जाएगा या बिक जाएगा।
वरुण दास ने आते ही सहारा मैनेजमेंट के सामने नया चारा डाला। थोड़ा इनका प्रोफाइल देख लेंगे तो कहानी और समझ में आएगी। सहारा मीडिया के सीईओ वरुण दास Mydia 100 Communications Private Limited Corporate Identification Number (CIN U74940DL2012PTC246701) और Cent Percent Media Solutions Private Limited (Corporate Identification Number –CIN U22130DL2013PTC247166 ) का डायरेक्टर भी हैं। (सोर्स- http://companyinfoz.com/company/mydia-100-communications-private-limited)
तो यह चारा था कि पैसा कमाने के लिए इवेंट किया जाय। जिसमें लॉबिंग करने वाली मैगजीन गवर्नेंस नाउ के पूर्व संपादक के अनुभवों का भरपूर इस्तेमाल होगा। इन पूर्व संपादक का नाम बी वी राव है जो अब सहारा टीवी न्यूज़ के समूह संपादक हैं। इस चौकड़ी ने यूपी,बिहार,झारखंड जैसे राज्यों के छोटे-लघु उद्योगों को सम्मानित करने का फैसला किया। तंबू बाजा, विज्ञाप​​​​न सब जुटाया गया। यूपी 23 फरवरी को और झारखंड में 09 फरवरी 2014 को समय उद्यमी 2013 दिया जाएगा। वाह…..।

आपको बता चुके हैं कि जो नए नवेले सीईओ हैं वे दो तीन साल में किसी न किसी कंपनी को खोलते बंद करते रहते हैं। फिलहाल दो में डायरेक्टर हैं और इनमें से एक कंपनी MYDIA00 इस पैसा कमाऊ मुहिम “समय उद्यमी 2013” की कर्ताधर्ता है। लोगों पर (समय वेबसाइट के अटैच्ड स्क्रीन शॉट को देखिए) जिसमें लिखा है “समय उद्यमी 2013” A MYDIA00 INITATIVE । हालांकि डिजाइनर की हुनर से इसमें कुछ बदलाव है।
ये तो रही नए चौकड़ी कार्यकर्ताओं की टीम। अब यह टीम गोबर कैसे करती है यह देखिए। समय (सहारा अब नाम से गायब है) की वेब पोर्टल पर नई उगाही “स्कीम समय उद्यमी 2013” के संदर्भ में सुचनाएं दी गई हैं। पहले इंट्रोडक्शन का बड़ा हिस्सा ही सरकार की वेबसाइट से उड़ाया गया है। (देखें स्क्रीन शॉट अटैच्ड) चोरी करने वाले ने निशान मिटाने की कोशिश जरूर की है लेकिन दो शब्द के बाद धैर्य छोड़ दिया है।
उसके बाद क्या यूपी,बिहार और झारखंड हर राज्य के सूचना को यहां वहां से उड़ाकर चिपका दिया है।चोरी करने वाले को होश नहीं कि जहां से उड़ाया जा रहा है वे सब पुराने आंकड़े हैं। उसने किसी भी उड़ाए गए सोर्स का जिक्र नहीं किया है।यही नहीं समय पोर्टल का जिक्र करते हुए लिखा गया है कि 5,000 पत्रकारों की टीम पोर्टल चलाती है।
वाकई यह कमाल है 5000 पत्रकारों और चालीस…. (सीनियरों) का।
अंदरखाने चर्चा है कि सहारा को यह नई चौकड़ी बेचने आई है। वैसे Mydia 100 Communications Private Limited की प्रोफाइल में मर्जर एक्विजिशन में महारत की बात गिनाया गया है।​

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.