किसी कंपनी का पैसा और संसाधन कैसे बरबाद किया जाता है, उसकी ताजा मिसाल सहारा समय चैनल का यह बजट प्रोमो है।
बजट स्पेशल टीम में वॉयस ओवर के लिए ओमपुरी को और विशेषज्ञता के लिए राजेश रपडि़या जैसे संपादकों को हायर किया गया है।
बजट के बहाने कंपनी की कुछ प्रच्छन्न योजनाएं भी हैं। इसके बावजूद 2 मिनट का यह लंबा प्रोमो ओमपुरी की कड़कती आवाज़ को घटिया शब्दों के सहारे हास्यास्पद बना देता है।
मालिक का खाता सील हो गया, लेकिन पत्रकारों के कान पर जूं नहीं रेंग रही। वही पुरानी काहिली, मूर्खता और हरामखोरी जारी है। परिवार हो तो ऐसा…
(पत्रकार अभिषेक श्रीवास्तव के एफबी वॉल से)