कुछ साल पहले स्टार न्यूज़ (अब एबीपी न्यूज़) में ‘सेक्सुअल हरासमेंट’ की एक घटना घटी थी. मीडिया खबर डॉट पर ये खबर प्रकाशित हुई और उसके बाद यह मामला दुनिया के सामने आया.
सायमा सेहर ने मजबूती से अपनी आवाज़ उठाई और उनकी लड़ाई अब भी जारी है. आवाज़ उठाने की कीमत उन्हें अपनी नौकरी गँवा कर चुकानी पड़ी.
दूसरी तरफ जिन मार्केटिंग हेड अविनाश पांडे पर ये आरोप लगा उन जनाब को एक दिन के लिए भी सस्पेंड तक नहीं किया. बहरहाल लड़ाई चलती रही.
महिला आयोग से भी उन्हें न्याय नहीं मिला.हर जगह जोड़ – तोड़ का खेल बदस्तूर जारी रहा. लेकिन फिर भी सायमा ने हार नहीं मानी और अपनी लड़ाई को जारी रखा.
27 जून को उन्हें मीडिया खबर की तरफ से उनकी इस साहसिक लड़ाई के लिए (Award for woman with exceptional courage) सम्मानित किया. उसी दौरान सायमा ने कुछ सवाल पूछे तो हॉल में सन्नाटा पसर गया, क्योंकि जवाब किसी के पास नहीं था. दूसरी तरफ सायमा सेहर की बच्ची माँ की इस बहादुरी पर तालियाँ बजा रही थी.
सायमा का सवाल था कि एक महिला के साथ वर्क प्लेस पर दुर्व्यवहार होता है, सेक्सुअल हरासमेंट का केस होता है लेकिन फिर भी आप (दूसरे चैनलों के संपादक) खामोश रहते हैं. कब तक आप एक – दूसरे की बुराइयों पर पर्दा डालते रहेंगे? किसी के पास कोई जवाब है ?