अजय देवगन की फिल्म एक्शन जैक्शन रिलीज हो चुकी है. फिल्म में सोनाक्षी सिन्हा भी है और फिल्म का निर्देशन प्रभु देवा ने किया है. इस फिल्म का धुआंधार प्रचार हुआ और उम्मीद दिलाई गयी कि एक्शन कॉमेडी के तानेबाने में बुनी गयी एक्शन जैक्शन सिने प्रेमियों का अच्छा मनोरंजन करेगी. लेकिन बीबीसी की समीक्षा पढ़कर तो ऐसा नहीं लगता. बीबीसी ने एक्शन जैक्शन को बेतुकी फिल्म करार देते हुए इसे महज एक स्टार दिया है.
बीबीसी के समीक्षक ‘मयंक शेखर’ लिखते हैं –
‘एक्शन जैक्सन’ नाम सुनकर आपने अंदाज़ा लगाया होगा कि इसमें भरपूर एक्शन और स्टायलिश डांस सीक्वेंस वाले गाने होंगे. और ऐसा है भी.
लेकिन आपको किसी ने फ़िल्म देखने से पहले चेतावनी नहीं दी होगी कि आपको आगे क्या झेलना पड़ सकता है. चलिए मैं आपको वह चेतावनी देने की कोशिश करता हूं. पहली बात: इस फ़िल्म के लगभग हर सीन में, जी हां, हर सीन में अजय देवगन साहब मौजूद हैं. मेरे ख़्याल से यह भी एक किस्म का फ़िल्मी रिकॉर्ड ही होगा.
अंत में बीबीसी की टिप्पणी – “ऐसी फ़िल्में देखकर लगता है कि एक फ़िल्म समीक्षक का काम कितना मुश्किल होता है.”
दूसरी तरफ एबीपी न्यूज़ के फिल्म समीक्षक ‘यासिर उस्मान’ ने एक्शन जैक्शन को साल की सबसे खराब फिल्म का खिताब देते हुए लिखा कि, एक्शन जैक्सन को अगर इस साल की सबसे बुरी फिल्म कहा जाए तो शायद किसी को कोई ऐतराज़ या हैरत नहीं होनी चाहिए. इस मुक़ाबले में इसने हमशकल्स जैसी फिल्म को भी पीछे छोड़ दिया है. ऐसे वक़्त जब हरियाणा और देश भर में लड़कियों से छेड़छाड़ की घटनाओं पर हंगामा हो रहा है, मनोरंजन के नाम पर एक्शन जैक्सन में वो सब कुछ दिखाया गया जो शायद किसी ही लड़की को पसंद आए.निर्देशक प्रभु देवा ने इस बार बेहद निराश किया है. आर. राजकुमार के बाद ये उनकी दूसरी फिल्म है जिसे पूरा देखना मुश्किल काम है. ये फिल्म कुछ ऐसी है जिसके सामने रोहित शेट्टी का सिनेमा भी महान लगता है.
एनडीटीवी के फिल्म समीक्षक ‘इकबाल परवेज’ फिल्म पर टिप्पणी करते हुए लिखते हैं –
“यह फिल्म जरूरत से ज्यादा लंबी है और इसका दूसरा हिस्सा भारी है। अगर मैं समीक्षक की नजर से देखूं तो मुझे फिल्म में कुछ नया या आकर्षक नहीं लगा, लेकिन अगर मैं आम दर्शक, जिसे मास ऑडियंस कहते हैं, कि नजर से देखूं तो ‘एक्शन जैक्सन’ में सभी मसाले हैं, जो आम दर्शक को आकर्षित करते हैं। मैं इस फिल्म को थोड़े ज्यादा नंबर इसलिए दे रहा हूं क्योंकि मास ऑडियंस को आकर्षित करने के लिए फिल्म में सारे मसाले हैं, यह अलग बात है कि कहानी कमजोर है। अगर आप अजय देवगन के फैन्स हैं तो इस फिल्म को एक बार देख सकते हैं, क्योंकि अजय का एक्शन और डायलॉगबाज़ी आपको अच्छी लगेगी। इसलिए ‘एक्शन जैक्सन’ को मेरी तरफ से 3 स्टार।”
आजतक ने फिल्म को दो स्टार दिया है. सिंघम रिटर्न्स में अजय देवगन ने जहां एक अच्छी कहानी के साथ दर्शकों के बीच अपनी स्थिति मजबूत की थी, वहीं ‘एक्शन जैक्सन’ ऐसी फिल्म है जिसमें ऐसा लगता ही नहीं है कि डायरेक्टर ने कोई खास मशक्कत की है. सारा काम स्टारपॉवर और अपने मसाला फॉर्मूले पर छोड़ दिया है. बेतुकी कहानी, कन्फ्यूज्ड टाइप म्यूजिक, औसत टाइप ऐक्टिंग, अपील न करने वाले डायलॉग और सुस्त से दिख रहे अजय देवगन. ऐसा कुछ भी नहीं जिसे देखकर उत्साहित हुआ जा सके. यह ऐसी फिल्म है जो सिर्फ अजय देवगन के फैन्स के लिए है. इसे देखकर ऐसा भी लगता है कि प्रभुदेवा समय के साथ अपनी धार खोते जा रहे हैं.फिल्म में ऐक्शन, कॉमेडी और रोमांस हर तरह के मसाले को डालने की कोशिश की गई है, लेकिन हर चीज बहुत ही अटपटी लगती है. प्रभुदेवा ने फिल्म को एक बेस्वाद खिचड़ी में तब्दील कर दिया है.