-अभय सिंह-
दूसरों पर कीचड़ उछालने में माहिर पत्रकार रवीश कुमार आज अपने ही जाल में फंस गए।भाई के सेक्स रैकेट की उन्हें पहले से ही जानकारी थी ये जांच का विषय है।
Ndtv के पत्रकार रवीश कुमार के भाई बिहार कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष ब्रजेश पांडे का सेक्स रैकेट में लिप्त होना आज चर्चा का विषय है।भगोड़े भाई की बिहार पुलिस तलाश में जुटी है।कुछ महीने पहले पठानकोट आतंकी हमले में गैरजिम्मेदाराना रिपोर्टिंग एवं आतंकियों को मदद करने के आरोप में ndtv पर एक दिन का बैन क्या लगा रवीश सहानुभूति बटोरने में जुट गए।
कहने लगे आवाज दबाई जा रही है लोकतंत्र का गला घोटा जा रहा है।लेकिन आज बात भाई पर आयी तो चुप्पी क्यों साधे है।
सेक्स रैकेट में फंसे रवीश के सगे भाई ब्रजेश पांडे को बिहार कांग्रेस उपाध्यक्ष का पद छोड़ना पड़ा और उनके खिलाफ पोस्को के तहत केस भी दर्ज किया गया। जब भाई की बात आई तो रवीश कुमार विरोध में वैसे मुखर नहीं हैं, जैसे वह अन्य मामलों पर हो जाते हैं।
(ये लेखक के निजी विचार है)