बलात्कार पीड़िता पत्रकार ने लगाई न्याय की गुहार,पीड़िता को लगातार मिल रही हैं धमकियां

रायपुर। अकलतरा के एक पूर्व विधायक के भतीजे ने एक मीडिया कर्मी युवती को अपनी हवस का शिकार बनाया है। पीड़ित युवती मामले की पुलिस के उच्च अधिकारियों और महिला आयोग से शिकायत करने के लिए आज रायपुर आई हुई थी। उसने मीडिया को बताया कि उसके परिवार को लगातार धमकियां मिल रही हैं। पुलिस ने दबाव में आकर आरोपी को गिरफ्तार तो कर लिया है लेकिन उच्च पहुंच के चलते जेल में भी उसकी दबंगई जारी है। आरोपी का फेसबुक एकाउंट लगातार अपडेट हो रहा है, जिससे जाहिर होता है कि जेल में भी आरोपी के पास मोबाईल उपलब्ध है।

पीड़िता ने बताया कि यह घटना २० अप्रैल की देर शाम की है। घर में अकेला पाकर आरोपी ने उसके साथ बदसलूकी की। विरोध करने पर उसके साथ मारपीट की और उकका गला दबाने का भी प्रयास किया। पीड़ित पक्ष द्वारा २० अप्रैल की रात ही इस मामले की ऍफ़ आई आर अकलतरा थाने में दर्ज कराई गयी। लेकिन राजनैतिक दबाव के चलते पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। आखिरकार मीडिया के दबाव में पुलिस ने आरोपी करन सिसोदिया पर आत्मसर्पण के लिए दबाव बनाया। आरोपी ने २५ अप्रैल को अकलतरा के प्रथम श्रेणी न्यायाधीश के न्यायालय में आत्मसमर्पण किया। पुलिस ने सम्बंधित धाराओं (आई पी सी ४५६ और ३७६) के तहत आरोपी करन सिंह सिसोदिया ने सरेंडर किया बाद में न्यायालय ने उसे जेल भेजने का आदेश दिया। बात यहीं ख़त्म नहीं हुई। आरोपी द्वारा आज भी पीड़ित पक्ष को जान से मार देने की धमकियां दी जा रही हैं।

पीड़िता ने बताया कि घटना के बाद २० अप्रैल की रात ही उसने अपने घर वालों को यह बात बतायी और एफ़ आई आर की पहल की। पुलिस ने फौरी तौर पर कोई कार्यवाही नहीं की। अंततः चार घंटे बाद अकलतरा पुलिस ने करन सिंह सिसोदिया के विरुद्ध अपराध दर्ज किया। पीड़िता का आरोप है कि आज हालत यह है की आरोपी जेल में रहकर भी पीड़िता के भाई के मोबाईल पर लगातार धमकियां दे रहा है। पुलिस द्वारा उसे और उसके परिवार को कोई प्रोटेक्शन नहीं दिया गया है। यही वजह है कि जेल में होने के बावजूद उसके फेसबुक पर दोषी नहीं होने की बात अपडेट की जा रही है। युवती द्वारा पुलिस कप्तान और अकलतरा थाना प्रभारी को भी इसकी जानकारी दी गयी है पर उनके द्वारा कोई खास कार्यवाही नही की गयी है। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि पुलिस उन्हें पूरा सहयोग नहीं कर रही है और आरोपी को बचाने में लगी हुई है। छत्तीसगढ़ प्रेस क्लब, छत्तीसगढ़ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एसोसिएशन और छत्तीसगढ़ महिला प्रेस क्लब ने महिला पत्रकार के साथ हुई इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है।

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