सुशांत झा
टीवी/अखबार में इंटरटेंनमेंट बीट देखनेवाले मित्रों/सखियों के लिए एक बड़ी खबर है, गौर करें। हाल ही में रिलीज हुई फिल्म “रांझना” जिसने करीब 100 करोड़ का बिजनेस किया, उसमें दिल्ली के मशहूर थियेटर कर्मी अरविंद गौड़ द्वारा संचालित अस्मिता ग्रुप के करीब 50 कलाकारों ने भी काम किया था। लेकिन रांझना की निर्मात्री कंपनी इरोज ने उन कलाकारों का पैसा अभी तक नहीं दिया है।
सूत्र कहते हैं कि इरोज ने प्रति कलाकार मनरेगा मजदूरी से कुछ ही ज्यादा रकम देने की पेशकश की, जिसे अरविंद ने ठुकरा दिया। इससे ज्यादा तो रंगकर्मी दिल्ली में थियेटर करके प्रतिदिन कमा लेते/सकते हैं। सवाल ये है कि क्या इरोज ने थियेटरकर्मियों के साथ उचित सलूक किया?
(सुशांत झा के एफबी वॉल से)