पत्रकार से कवि बने राणा यशवंत
मीडिया आलोचना दशकों से चली आ रही है. लेकिन आजकल इसके निशाने पर टीवी न्यूज़ मीडिया रहता है. अक्सर आलोचक कहते हैं कि टीवी न्यूज़ के पत्रकारों में रचनात्मकता नहीं है. साहित्य और समाज को लेकर वे उदासीन है. कुछ वक्त तक ऐसा माहौल बना भी था लेकिन आलोचकों के मिथक को आजकल टेलीविजन पत्रकार लगातार तोड़ रहे हैं. इंडिया न्यूज़ के प्रबंध संपादक और वरिष्ठ टीवी पत्रकार राणा यशवंत ने ताजा मिसाल पेश करते हुए कविता की दुनिया में कदम रखा तो बड़े-बड़े कवि और साहित्यकारों ने भी उनके लिए तालियाँ बजायी और साहित्य की दुनिया में उनका स्वागत किया और इस मौके का गवाह बना दिल्ली का कंस्टीट्यूशन क्लब.
शुक्रवार 29 सितम्बर को दिल्ली के कंस्टीट्यूशन क्लब का स्पीकर हॉल खचाखच भरा था. ‘सर्जिकल अटैक’ के माहौल के बावजूद राणा यशवंत की कविताओं को सुनने पत्रकार,साहित्यकार और बुद्धिजीवी पहुंचे और उनकी कविताओं का पहला संग्रह ‘अंधेरी गली का चांद’ का विमोचन ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित कवि केदारनाथ सिंह ने किया. केदारनाथ सिंह के अलावा मंच पर अरुण कमल, उदय प्रकाश, मंगलेश डबराल और दिनेश कुशवाह थे. इस मौके पर केदारनाथ सिंह ने राणा यशवंत को विलक्षण कवि बताते हुए कहा कि उनकी कविता कई बार चकित करती है और यही उनकी ताकत भी है.
राणा यशवंत ने आभार प्रकट करते हुए कहा कि केदारनाथ सिंह जैसे महान कवि द्वारा उनकी कविताओं के बारे में इतना कुछ कहा जाना उनके लिए सबसे बड़ा सम्मान है. गौरतलब है कि 29 सितम्बर को राणा यशवंत का जन्मदिन भी था. इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार राहुल देव, शैलेश, कमर वहीद नकवी, आलोक वर्मा, सतीश के सिंह, एनके सिंह, इंडिया न्यूज़ के प्रमोटर और एमडी कार्तिकेय शर्मा, शिवराज सिंह, राजेश शर्मा, अनुरंजन झा, निमिष कुमार,यशवंत(भड़ास),पुष्कर पुष्प(मीडिया खबर),आशुतोष(कशिश न्यूज़),धीरज(इंडिया टीवी), हितेंद्र(सहारा), रितेश(इंडिया न्यूज़) आदि बड़ी संख्या में मौजूद थे. देखिये कार्यक्रम की एक झलक :