विनीत कुमार
आपने गौर किया, रजत शर्मा की अदालत में नरेन्द्र मोदी की तस्वीर लग चुकी है. ये अदालत तो बहुत फास्ट है..अभी से ही इन्हें महापुरुष में शामिल कर लिया. सबसे तेज तो चैनल ये हुआ न भाई.
वैसे अब नैतिकता की बहस बीच में मत ले आइएगा कि किसी चैनल में अदालत का ढांचा खड़ी करके ये करना कहां तक उचित है और न ही ये कहियेगा कि इससे पहले मनमोहन सिंह की भी थी..और तब अटल बिहारी क्यों कांस्टेंट बने हैं?
(स्रोत-एफबी)