प्रथक बटोही
पहले आप इधक उधर बेगाने मुल्क के झंडे लहराते थे- उनके क्रिकेट मैच जीतने पर पटाखे फोड़ते थे। अब जब के आप हिंदी को जानबूझकर रोमन लिपि में लिखते हो, गौकशी पर व्यंग्य करते हो, सेना के सर्जीकल स्ट्राइक को फर्जी मानते हो तब इसके प्रतिउत्तर में सब हिन्दू खामोश नही रहते हैं। बहुत से कुछ आपके खाली दिमाग की तरह ही खाली हैं सो नवाजुद्दीन को मारीच बनने से रोक देते हैं।
कमाल की बात यह भी हैं, दो दिन पहले अखलाख बीफ काण्ड के शक में लगभग पूरे बिसाहड़ा गाँव के जवान लड़को को उठाकर बर्बरता दिखाने वाली यूपी पुलिस की हिरासत में जब उनमे से एक युवक की हुई मौत पर शिवसेना ने कड़े प्रदर्शन किए।
सरकार जिनकी हैं उन्होंने इसे गम्भीरता से लेते हुए मुआवजा और पुलिसिया बंदोबस्त किया । शिवसेना के इस महत्वपूर्ण विरोध प्रदर्शन को मीडिया ने इग्नोर कर दिया अब वही मीडिया शिवसेना द्वारा नवाजुद्दीन के महत्वहीन विरोध को कवर करके साफ़ सुथरे बन रहे हैं।
रवि की मौत को इग्नोर करने वाले चैनलों ने, नाम लेकर कहूँ तो NDTV ने नवाजुद्दीन के रामलीला में हिस्सा लेने पर शिव सेना के प्रदर्शन की खबर बड़े इत्मीनान से लगाई हैं। गौरतलब बात हैं कि किसी फ्रिंज की नेतागिरी के चक्कर में नेशनल फ्रंट पेज हेडलाइन का सरफ सिर्फ NDTV को हासिल हैं। उसे बिसाहड़ा में हुई मौत और उस पर सारे समाज का विरोध क्यों नही दिखा ? NDTV के कमाल खान अब इलीट रिपोर्टर हैं नवाज़ुद्दीन हर दूसरे दिन विवादों से नाम कमा रहे हैं तीसरा कोई भी चाहे इन दोनों का मित्र भी विवाद करके तीनो के लिए नाम कमा सकता हैं यह भी सोचने की बात हैं। यह NDTV के एंटी हिन्दू स्टैंड की एक और बानगी हैं।
(Prathak Batohi के फेसबुक वॉल से)