संजय तिवारी,वरिष्ठ पत्रकार-
किसी समय मैंने योगी का इंटरव्यू किया था। यही दिल्ली के नार्थ एवेन्यू वाले उनके फ्लैट में। इंटरव्यू के दौरान ही उनके संध्या का समय हो गया। कड़क मिजाज योगी ने बातचीत बंद कर दी और किसी मुस्लिम लड़के को आवाज दी। एक अठारह बीस साल का नौजवान आया। उसने बताया कि उसने संध्या की व्यवस्था कर दी है और योगी पूजा करने चले गये।
मेरे लिए यह घोर आश्चर्य की बात थी। बाद में मैंने पता किया तो पता चला वह मुस्लिम लड़का योगी का सबसे करीबी सेवक है। दिन रात योगी के साथ रहता है। अब मुझे उसका नाम तो याद नहीं लेकिन बताया यह गया कि वह अनाथ बच्चा आया था योगी के पास। उसे उन्होंने अपने पास रख लिया। उसी नाम, धर्म, पहचान के साथ जो उसके अनाम मां बाप ने उसे दिया था।
बनी बनाई धारणाओं पर मत जाइये। अक्सर दुनिया वैसी नहीं होती जैसी दिखाई जाती है।
(लेखक के सोशल मीडिया प्रोफाइल से)