पाकिस्तान को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिक्रिया का इंतजार विरोधी और समर्थकों के अलावा न्यूज़ चैनल के संपादक भी कर रहे थे. चैनल आस लगाए बैठे थे कि मोदी कुछ ललकार वाली भाषा में पाकिस्तान को कुछ कहे ताकि उसे आधार बनाकर न्यूज़ चैनलों का वॉर रूम अपनी पूरी ताकत पाकिस्तान को हवा-हवाई इस्टाइल में नेस्तनाबूद करने में झोंक दे. लेकिन हुआ इसके उलट. प्रधानमंत्री मोदी ने संतुलित भाषण देते हुए पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया. इसके बाद सोशल मीडिया पर आलोचना के साथ – साथ नरेंद्र मोदी की तारीफ़ हुई. मगर न्यूज़ चैनलों की जमकर खिल्ली उड़ाई गयी. वरिष्ठ पत्रकारों ने भी तंज कसने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी. पेश है चुनेंदा स्टेटस :
नयी ख़बरें
सोशल मीडिया पर फर्जी खबरों से निपटने को संसदीय पैनल की...
नई दिल्ली: संसदीय स्थायी समिति ने फर्जी खबरों को लोकतंत्र और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए "गंभीर खतरा" बताते हुए इसके खिलाफ कड़े उपाय अपनाने...