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जबलपुर (मप्र).शारदा एवं ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य जगतगुरु स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती यहां एक टेलीविजन समाचार चैनल के रिपोर्टर के साथ किए गए कथित व्यवहार के कारण विवाद में घिर गए हैं। कथित रूप से प्रताड़ित टीवी रिपोर्टर अभिषेक शर्मा ने बताया कि गत मंगलवार स्वरूपानंद सरस्वती शहर में थे और वह अपनी टीम के साथ सिविक सेंटर स्थित बगलामुखी देवी मंदिर में उनसे बातचीत करने पहुंचे थे।
उन्होंने कहा कि जब मैंने जगतगुरु से प्रश्न किया कि यदि नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बनते हैं, तो देश के विकास पर क्या असर पड़ेगा, तो वह नाराज हो गए और उन्होंने प्रश्न सुनते ही थप्पड़ मारने का प्रयास किया, लेकिन मैं पीछे हट गया और उनका हाथ माइक पर लगा। इसके बाद मैं उन्हें प्रणाम कर बाहर आ गया।
शर्मा ने कहा कि चूंकि स्वरूपानंद देश के प्रतिष्ठित एवं वयोवृद्ध संत हैं, इसलिए उन्होंने पुलिस में प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज नहीं कराई है। शर्मा का कहना था कि वह (स्वरूपानंद) एक ऐसे संत हैं जो लोगों को धैर्य एवं संयम की सीख देते हैं और क्रोध को त्यागने की बात करते हैं। उनसे ऐसे आचरण की उन्हें कतई उम्मीद नहीं थी।
घटना के बाद जगतगुरु स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने यहां जारी एक बयान में कहा कि मैंने किसी को थप्पड़ नहीं मारा वरन राजनीति पर प्रश्न पूछने से मना किया था। मैं सभी से एक समान प्रेम करता हूं। चाहे वह राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल अथवा नरेन्द्र मोदी हों। मोदी को निर्वाचित सांसद यदि अपना नेता और देश का प्रधानमंत्री चुनते हैं तो इससे मुझे कोई परहेज नहीं है।
दूसरी ओर, भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि इस घटना से सनातन धर्म को धक्का पहुंचा है। सनातन धर्म में संत, गुरु और ब्राह्मण आदर्श रहे हैं। लोग इनसे प्रेरणा लेकर जीवन सुधारते हैं। क्रोध का त्याग करने पर ही व्यक्ति सामान्य से जन आदर्श बनता है।
उधर, कांग्रेस नेता एवं शहर की पूर्व महापौर कल्याणी पाण्डे ने कहा है कि जिस समय टीवी रिपोर्टर जगतगुरु से सवाल कर रहा था, तब वह वहां थीं। उन्होंने (स्वरूपानंद) प्रश्न का उत्तर देने से इंकार करते हुए कहा था कि धर्म पर चर्चा करें, राजनीति पर नहीं। यह कहने के बाद उन्होंने माइक हटा दिया। इस घटना को तीसरे दिन तोड़मरोड़ कर दूसरे रूप में पेश करना दुर्भाग्यजनक है।