दिलीप मंडल,वरिष्ठ पत्रकार-
इनकी हर बात का मुकाबला कर लोगे, लेकिन इनके जैसा कमीनापन कहां से लाओगे?
4 मार्च को बनारस में नरेंद्र मोदी ने रोड शो किया. पहले से विज्ञापन दिया कि आइए, पीएम से भेंट कीजिए. यह यात्रा मार्ग है. यह चार तारीख का अखबार है, जिसमें बीजेपी का चुनाव चिन्ह छपा है. अब कह रहे हैं कि रोड शो नहीं था. वह तो प्रधानमंत्री का निजी कार्यक्रम था. वे तो दर्शन करने गए थे. लोगों की भीड़ जुट गई तो वे क्या करें.
हद है.
हद यह भी है कि कोई भी अखबार या चैनल यह पूछ भी नहीं रहा है कि अगर वह चुनावी कार्यक्रम नहीं था तो बीजेपी ने वह विज्ञापन किस लिए दिया था और विज्ञापन में कमल का फूल क्या कर रहा है?