टीआरपी की दौड़ में आइबीएन-7 लगातार पिछड़ रहा है. इसका मतलब ये है कि रिलांयस मीडिया के धंधे में पिछड़ रहा है…इलाज ? इलाज ये कि उधर मोबाईल के लिए प्रधानसेवक की छवि का इस्तेमाल करो और इधर साक्षात प्रधानसेवक का ही. इंडिया टीवी, जी न्यूज इससे पहले ये हथकड़ें अपना चुका है.
अब बस ऐसा मत कर दो आपलोग कि एक समय ऐसा आ जाए कि प्रधानसेवक एक-एक घंटे तक आपके चैनल पर रहें और टीआरपी में आप लसफसा जाओ..मेरा क्या है, मैं तो अज्ञेय की कविता की पंक्ति- वासन घिसने से मुलम्मा छूट जाता है, दोहराने लग जाउंगा लेकिन आप ?
क्या बेहतर नहीं होगा कि प्रधानसेवक को गड्डे में गिरे प्रिंस जैसा काम लेने से पहले अपने गड्डे भरने का दूसरा तरीका खोजा जाए..ऐसा तरीका जिसमे कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के प्रधानमंत्री का आभामंडल भी बरकरार रहे और आपकी क्रिएटिविटी भी इन्हें छोड़कर दूसरी दिशा में सोच सके. @fb