प्रेस विज्ञप्ति
भोपाल, 30 जनवरी। जिन लोगों ने देश की आजादी के लिए बलिदान दिया और उसकी कीमत वसूल ली, वे समाज और देश का भला नहीं कर सकते। पत्रकार की रीढ़ कभी नहीं झुकनी चाहिए। पं. माखनलाल चतुर्वेदी की पुण्यतिथि पर उन्हें याद करते हुए यह बात वरिष्ठ पत्रकार राजेन्द्र शर्मा ने कही। वे माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित व्याख्यान कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे।
श्री शर्मा ने कहा कि माखनलाल जी ने भाषा की शुद्धता और संस्कार के लिए जीवनभर संघर्ष किया। जब भारत सरकार ने राष्ट्रभाषा अधिनियम पारित किया तो उन्होंने विरोध स्वरूप पद्मविभूषण का अलंकरण सरकार को लौटा दिया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता वरिष्ठ पत्रकार विजय कुमार दास ने कहा कि माखनलाल चतुर्वेदी ने पत्रकारिता में जो योगदान दिया है, वह साहित्य के लिए भी धरोहर है। उन्होंने कहा कि माखनलाल जी से प्रेरणा लेकर युवाओं को आतंकवाद, नक्सलवाद और उग्रवाद के खिलाफ युद्ध का हिस्सा बनने की तैयारी करनी चाहिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विश्वविद्यालय के कुलाधिसचिव प्रो. रामदेव भारद्वाज ने कहा कि सार्थक और सकारात्मक सोच के साथ जब पत्रकारिता की जाएगी तो उससे समाज और देश का उत्थान होगा। कार्यक्रम का संचालन मीता उज्जैन और आभार प्रदर्शन दीपक शर्मा ने किया।
नेत्र परीक्षण शिविर का आयोजन:
पं. माखनलाल चतुर्वेदी की पुण्यतिथि के अवसर पर एमसीयू की ओर से विश्वविद्यालय परिसर में नेत्र परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में विद्यार्थियों सहित करीब दो सौ लोगों ने नेत्र परीक्षण कराया।