भोपाल/16 दिसंबर/समाज में समग्र विकास तभी संभव है जब इन्फरमेशन टेक्नोलाॅजी को समाज के नीचे के तबके तक ले जाया जाये। आई.टी. शिक्षा दे रहे शिक्षकों को तकनीकी शिक्षा की जानकारी इस तरह देना चाहिए कि शिक्षित व्यक्ति उसका उपयोग स्वयं के, समाज के एवं राष्ट्र के विकास में कर सके। इसके लिए जरूरी है कि कम्प्यूटर एवं तकनीकी शिक्षा से जुड़े शिक्षक तकनीकी विकास संवाहक की भूमिका में कार्य करें। यह विचार राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ. पीयूष त्रिवेदी ने माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में व्यक्त किये। कार्यक्रम में श्री त्रिवेदी मुख्य अतिथि के रूप से उपस्थित थे।
विश्वविद्यालय ने अपने 900 से अधिक संबद्ध अध्ययन संस्थाओं के शिक्षकों के विकास एवं कम्प्यूटर एवं आई.टी. के क्षेत्र में आ रही नई तकनीक एवं शोध की जानकारी के लिये प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारंभ किया। 16 से 20 दिसंबर 2014 तक चलने वाले इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में 100 से अधिक शिक्षक शामिल हुए हैं। कार्यक्रम के उद्घाटन अवसर पर बोलते हुए प्रो. पीयूष त्रिवेदी ने कहा कि माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय में कम्प्यूटर शिक्षा को गांव-गांव तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। आज प्रत्येक सत्र में डेढ़ लाख से अधिक विद्यार्थियों का नामांकन एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि आज आई.टी. के क्षेत्र में डायनमिक लोगों की आवश्यकता है। इसके लिये आवश्यक है कि कम्प्यूटर शिक्षण से जुड़ा शिक्षक भी डायनमिक हो। देश के प्रधानमंत्री आज स्मार्ट इंडिया की बात कर रहे हैं। उन्होंने प्रत्येक राज्यों में स्मार्ट सिटी बनाने की योजना हमारे सामने रखी है। इसे पूरा करने में कम्प्यूटर एवं आई टी की शिक्षा से जुड़े शिक्षक महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते हैं। हमें अपने संस्थान से ऐसे विद्यार्थी तैयार करने होंगे जो स्मार्ट इंडिया के सपने को पूरा कर सकें।
विश्वविद्यालय के कम्प्यूटर विभाग द्वारा आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रथम चरण में 100 शिक्षकों को आमंत्रित किया गया है। 16 से 20 दिसंबर तक चलने वाले इस कार्यक्रम मंे प्रतिदिन चार सत्र होंगे। प्रशिक्षणार्थियों को कम्प्यूटर एवं आई.टी. के क्षेत्र में आये नये बदलावों के साथ-साथ व्यक्तित्व विकास संचार कौशल जैसे विषयों में भी विशेषज्ञों द्वारा व्याख्यान दिये जायेंगे। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के निदेशक एएसआई श्री दीपक शर्मा] कुलसचिव डा. चंदर सोनाने कम्प्यूटर विभाग के विभागाध्यक्ष डा. सी.पी.अग्रवाल सहित समस्त कम्प्यूटर शिक्षकगण उपस्थित थे।