नदीम एस.अख्तर
अर्णव गोस्वामी को दाद तो देनी ही पड़ेगी. साथ ही उनकी प्रोडक्शन टीम को. जिस तरह आशुतोष की कही बात को उन्होंने Live झूठा करार दिया और उस दिन के फुटेज को तुरंत चला दिया, आशुतोष हतप्रभ रह गए. इसे कहते हैं तेजी. टीवी की तेजी, जवाब देने की तेजी, टीम की तेजी… और अर्णब के तेवर देखिए. वो भी पूरे रौ में हैं. मजा आ गया.
और आशुतोष के बारे में क्या कहें. पत्रकारिता में थे तो ये भी तेज-तर्रार एंकर हुआ करते थे. राजनीति में जाने के बाद पता नहीं सब कुछ हवा हो गया. अर्णब ने तो ऑन एयर कह दिया कि– आशुतोष, मैं आपको लम्बे समय से जानता हूं, इसिलए नैशनल टीवी पर आपको embarrass नहीं करना चाहता था. और आशुतोष को आइना दिखाने के बाद कह दिया कि अभी के अभी माफी मांगिए, आपने झूठ बोला है और आपका झूठ हम अभी टाइम्स नाऊ पर दिखा रहे हैं. So Ashutosh, Apologize.
आशुतोष बेचारे करें भी तो क्या. उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा. लगता है कि blank हो गए हैं. बार-बार अपने चश्मे के फ्रेम को ठीक कर रहे हैं. अफसोसनाक. आशुतोष को ऐसा करते देख दुख भी हुआ. इसे कहते हैं सार्वजनिक रूप से भद्द पिटना. अर्णब के News Hour Debate का ये हिस्सा देखने लायक है.