नदीम एस.अख्तर
हिंदुस्तान में तो मीडिया मैनेज कर लिया, विदेश में कैसे करेंगे साहेब!!! यहाँ तो आपका मैनेज्ड इंटरव्यू टाइम्स नाऊ और अर्णब गोस्वामी ऐसे दिखाते हैं, जैसे उन्होंने महाभारत का युद्ध जीत लिया हो!! जिनको नहीं दिया, अगर उन्हें बुलाएँगे तो 95 फीसद सिर के बल नहीं, पेट के बल चले आएंगे आपके पास।
क्योंकि सब कुछ आज यहाँ धंधा, टीआरपी, सर्कुलेशन और क्रॉस ओनरशिप बन चुका है। आज पत्रकार नेताओ के साथ खीसें निपोरते हुए ऐसे फोटो खिंचवाते हैं और फेसबुक पे लगाते हैं, जैसे उन्हें भारत रत्न मिल गया हो। ऐसे में फ़्रांसिसी अखबार का ये कदम पत्रकारिता की लाज बचाने वाला है। और जिस अखबार ने इंटरव्यू छापा, वो तो दूसरी तरह के भयानक धंधे में है भाई!!!
वहां भी बिके हुए हैं, हमारे यहाँ की तरह पर बहुतों ने चौथे खंभे को बेचा नहीं है। ये शुभ संकेत हैं।
(पत्रकार नदीम एस.अख्तर के वॉल से)