ऑनलाइन माध्यम में ‘लाइव’ हुई गीताश्री !
जमाना ऑनलाइन का है तो अब प्रिंट के लोग भी ऑनलाइन की तरफ रुख कर रहे हैं और लगभग वही नजारा है जब टेलीविजन नया-नया आया था. तब कुछ समय तक पत्रकार टेलीविजन में आने से डरते रहे लेकिन जब मामला चल गया तो देखते-देखते आने वालों का तांता लग गया.
कुछ ऐसा ही इस दफे भी हो रहा है. अंतर सिर्फ इतना है कि इस दफे टेलीविजन की बजाए माध्यम ऑनलाइन है. अब टेलीविजन,प्रिंट के बहुतेरे पत्रकार ऑनलाइन का भविष्य देखते हुए तेजी से इसमें शिफ्ट कर रहे हैं.
प्रिंट मीडिया की दिग्गज पत्रकार गीताश्री भी उन्हीं में से एक हैं.लंबे समय तक प्रिंट मीडिया में काम करने के बाद अब हिंदी समाचार चैनल लाइव इंडिया की वेबसाईट के संपादक के तौर पर गीताश्री ने ऑनलाइन माध्यम में नयी शुरुआत की है.इसके पहले वे पर्ल ग्रुप की पत्रिका ‘बिंदिया’ में थी जहाँ से उन्होंने पिछले दिनों इस्तीफा दे दिया था.
गौरतलब है कि पर्ल ग्रुप अब बंद हो चुका है और वहां के पत्रकार बकाया सैलरी को लेकर आंदोलन कर रहे हैं जिसपर संस्थान सुनवाई करने से आनाकानी कर रहा है.
गीताश्री इसके पहले आउटलुक हिंदी में भी रह चुकी हैं. अभी कुछ दिनों पहले वे विदेश यात्रा पर गयी थी. वहां से वापस लौटते ही उन्होंने लाइव इंडिया ज्वाइन कर लिया.
वैसे ऑनलाइन माध्यम में उनका एक अनुभव वेबदुनिया हिंदी के साथ रहा है जब हिंदी पोर्टल वेबदुनिया डॉट कॉम के दिल्ली ब्यूरो में उन्होंने बहुत समय पहले काम किया था.
गीताश्री पत्रकार होने के साथ-साथ साहित्यकार भी हैं और उन्हें पत्रकारिता और साहित्य के कई अवार्ड भी मिल चुके जिसमें रामनाथ गोयनका प्रमुख है.
नयी पारी के लिए उन्हें शुभकामनाये. उम्मीद करते हैं कि ऑनलाइन माध्यम में भी वे लंबी पारी खेलेंगी.