महिला सहकर्मी का यौन उत्पीड़न करने के आरोपी तरुण तेजपाल को इसकी कीमत प्रसार भारती की सदस्यता गंवा कर चुकानी पड़ी है। वहीं, इस मुद्दे पर एक सुर में भाजपा और कांग्रेस ने तेजपाल पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी के नेतृत्व वाली समिति ने तेजपाल को प्रसार भारती बोर्ड का सदस्य बनाने का फैसला किया था। लेकिन बुधवार को यौन उत्पीड़न प्रकरण का खुलासा होते ही उपराष्ट्रपति ने सूचना और प्रसारण मंत्रालय को निर्देश दिया कि वह इस फैसले को रद्द कर दे। इस बीच, भाजपा ने तेजपाल को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की है। भाजपा प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने कहा कि मैं गृहमंत्री से मांग करती हूं कि वह एफआईआर दर्ज कराना और तेजपाल की तुरंत गिरफ्तारी सुनिश्चित करें। उन्होंने मीडिया और विपक्षी कांग्रेस पर इस मामले में दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप लगाया। वहीं, कांग्रेस ने भी इस मामले की निंदा की और कहा कि मामले में दोषी पाए जाने पर तेजपाल के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। कांग्रेस प्रवक्ता मीम अफजल ने कहा कि आरोपी चाहे कोई बड़ा हो या छोटा उनकी पार्टी की मांग सख्त कार्रवाई की ही रहेगी। अफजल ने कहा कि अगर लोकतंत्र के चौथे खंभे में कोई कुलकलंक है तो यह गंभीर मुद्दा है।
पत्रकारों की संस्थाओं ने भी की कार्रवाई की मांग
पत्रकारों की संस्थाओं ने भी इस प्रकरण की निंदा की है। गुरुवार को उन्होंने इसकी पूरी जांच कराने एवं मुकदमा चलाने की मांग की। एडिट्र्स गिल्ड ऑफ इंडिया के अध्यक्ष एऩ रवि ने एक बयान में कहा कि तहलका की एक महिला पत्रकार का तेजपाल द्वारा यौन उत्पीड़न करने का आरोप स्तब्धकारी और शर्मनाक हैं। उन्होंने कहा, कहीं भी हो रहीं इस तरह की घटनाएं निंदनीय हैं। लेकिन गिल्ड इसलिए दुखी है क्योंकि यह एक मीडिया संगठन में हुआ है। प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने भी घटना की निंदा करते हुए कहा कि वह महिला पत्रकार के साथ है।
एफआईआर दर्ज
तहलका के संपादक तरुण तेजपाल के सिर पर आज उस समय गिरफ्तारी की तलवार लटकने लगी, जब गोवा पुलिस ने उनकी एक सहयोगी पत्रकार की शिकायत पर उनके खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज कर लिया। पुलिस की अपराध शाखा का एक विशेष जांच दल तेजपाल से पूछताछ करने के लिए दिल्ली में है और पुलिस उसकी गिरफ्तारी से इंकार नहीं कर रही है। पुलिस महानिदेशक किशन कुमार ने पणजी में कहा कि बलात्कार और शील हरण के आरोपों में एफआईआर दर्ज की गई है। यह जांच की प्रक्रिया का एक हिस्सा है और अब कानून अपना काम करेगा। उन्होंने बताया कि तेजपाल के खिलाफ धारा 376 :बलात्कार: और 376 :2::अपने रुतबे का फायदा उठाते हुए किसी व्यक्ति द्वारा किसी महिला से बलात्कार: के तहत मामला दर्ज किया गया है। यह पूछे जाने पर कि क्या तेजपाल को गिरफ्तार किया जाएगा, के जवाब में किशन कुमार ने कहा कि जैसा मैंने आपसे कहा यह जांच का हिस्सा है। यह जांच अधिकारियों पर छोड़ देते हैं। यह कानून के तहत एक प्रक्रिया है, जिसके तर्कसंगत परिणाम हैं। मैं नहीं कह सकता कि जांच अधिकारी कैसे करेंगे। गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर ने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार इस तरह के अपराध को कतई बर्दाश्त नहीं करेगी और हमें इस तरह के हाई प्रोफाइल अपराधों पर प्रहार करना चाहिए। उन्होंने बताया कि गोवा पुलिस ने तहलका को कथित घटना का ब्यौरा देने के लिए जो पत्र लिखा था, उसका कोई जवाब नहीं मिला है। उन्होंने घटना की सूचना देने का हौंसला दिखाने के लिए लड़की के साहस की सराहना करते हुए कहा कि मैं यह नहीं कह रहा कि कोई दोषी है, लेकिन लड़की का मेल :उनके कार्यालय को भेजा गया: स्पष्ट है।
तेजपाल ने एक बयान जारी कर पुलिस और अन्य अधिकारियों को पूर्ण सहयोग देने की पेशकश की है। पत्रिका की प्रबंध संपादक शोमा चौधरी ने कहा कि वह इस मामले पर पुलिस के पास नहीं जाएंगे, क्योंकि इसपर फैसला लेना पीडिम्ता का काम है। तहलका द्वारा मामले पर पर्दा डालने की कोशिश संबंधी आरोपों के बारे में पूछे जाने पर चौधरी ने इस मामले में खुद द्वारा उठाए गए कदमों का बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने घटना के बारे में तेजपाल के साथ बहुत बहुत गुस्से में झगड़ा किया, जिसके बाद उन्होंने अपने पद से छह माह के लिए हटने का फैसला किया और पीड़िता से माफी मांगी। चौधरी ने कहा कि पुलिस के पास जाने का अधिकार उसका है। मैं अपने आप पुलिस के पास नहीं जा रही हूं। उन्होंने कहा कि वह जब तक इस ओहदे पर हैं, पुलिस के साथ सहयोग करती रहेंगी। मैं जब यह नौकरी छोड़ दूंगी तो मेरे लिए सहयोग करना मुश्किल होगा।
दिल्ली पुलिस की टीम तेजपाल के घर
दिल्ली पुलिस की एक टीम संभावित विरोध प्रदर्शन को लेकर तहलका के संपादक तरुण तेजपाल को सुरक्षा प्रदान करने के लिए शुक्रवार की दोपहर यहां उनके निवास पर पहुंची। पुलिस के अनुसार जंगपुरा में तेजपाल के निवास पर एहतियात के तौर पर यह पुलिस टीम तैनात की गयी है। आज दिन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्यों ने ग्रेटर कैलाश में इस खोजी पत्रिका के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया था। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि पत्रिका के दफ्तर के बाहर दिन में प्रदर्शन किया गया था, ऐसे में तेजपाल के घर के बाहर प्रदर्शन की आशंका को ध्यान में रखकर सुरक्षा प्रदान करने के लिए पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। यह एहतियाती कदम है, हमारा इस मामले से कोई लेना देना नहीं है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि तेजपाल से पूछताछ के लिए राष्ट्रीय राजधानी आ रही गोवा पुलिस की टीम को दिल्ली पुलिस समुचित सहयोग प्रदान करेगी ,लेकिन इस मामले में सीधे शामिल नहीं होगी। गोवा पुलिस ने तेजपाल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है और बलात्कार का आरोप लगाया है। गोवा पुलिस ने तेजपाल पर तहलका पत्रिका की एक महिला सहकर्मी के साथ कथित बलात्कार एवं शीलभंग का मामला दर्ज किया है। उसके बाद उनकी गिरफ्तारी होने की आशंका है।
(एजेंसी)
TARUN TEJPAL KO TURANT GIRFTAAR KAR UNKO SAKHT SAJA JALDI MILNI CHAHIYE,, UNHONE MEDIA KO BADNAAM KIYA HAI, OR MERI PURE DESH KI MEDIA SE APEEL HAI KI JIS TAREH SE ASARAM K PICHE MEDIA CEMRO NE NAAK ME DUM KARDIYA THA OR UNKO POLICE NE MAJBURAN HIRASAT ME LIYA OR KARYAWAHI KI USI TAREH MEDIA CEMRO KO TARUN TEJPAL K PICHE LAG JANA CHAHIYE.
-Yash Asthana (Patrkaar)
Kanpur Nagar,