पूर्वी चंपारण के अखबारी जगत में खुद का अस्तित्व बचाए रखने के चक्कर में दैनिक जागरण का मोतिहारी सस्करण रोज नए नए गुल खिला रहा है.आए दिन शीर्षक और फोटो की अशुद्धियों की भरमार झलकने लगी है. इस कारण पाठक दूसरे अख़बार से खबर की मिलान करने पर अशुद्धि पकड़ ख़ासा चुस्की ले रहे हैं.यकीन नहीं होता तो अखबार के 30 व 31 अगस्त का जिला पृष्ठ उठाकर देख ले.30 अगस्त को ‘अनुशासन समिति ने की कार्यों की समीक्षा’ और 31 अगस्त को’शिक्षा के क्षेत्र में अतीत गौरवशाली ‘शीर्षक से खबर (देखें कतरन) छापी है.
इसमें पहले खबर में जिक्र है कि विधानसभा की ‘आश्वासन कार्य समिति’ की टीम शुक्रवार को मोतिहारी आई थी. आखिर अनुशासन और आश्वासन में अंतर है कि
नहीं? वहीँ 31 अगस्त वाली खबर में बीआरए विश्वविद्दालय के कुलपति के मोतिहारी दौरे की खबर बैठक के फोटो के साथ है. जबकि गौर से देखिए तो स्पष्ट हो जाएगा कि उक्त फोटो कुलपति की बैठक का नहीं बल्कि संघर्ष जनतांत्रिक मोर्चा, नेपाल के सेमिनार का है. अब इस तरह की ब्लंडर गलतियां कर अखबार किसको चुतिया बना रहा है यह तो वहीँ बताएंगे.
सूत्र बताते हैं कि जब से जागरण, मोतिहारी के प्रभारी अनिल तिवारी उर्फ़ संघी बाबा है, तबसे ओवर स्मार्ट बनने के चक्कर में उन्होंने अख़बार के क्षेत्रीय पृष्ठ का बेडा गर्क कर डाला है. इसकी वजह यह भी है कि अखबार को जिले में नंबर दो व तीन की लड़ाई में प्रभात खबर से कड़ी टक्कर मिल रही है. अखबार में छपी खबर को साफ़ – साफ़ पढ़ने के लिए संलग्न कतरन को ज़ूम कर लें.